×

धुबरी में सांप्रदायिक तनाव: मुख्यमंत्री ने दिए कड़े निर्देश, सुरक्षा बल तैनात

असम के धुबरी जिले में हाल ही में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ है, जिसके चलते मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सुरक्षा बलों को तैनात किया है। ईद के एक दिन बाद हनुमान मंदिर के पास मांस का सिर फेंकने की घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे मंदिरों और पवित्र स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। जानें इस तनाव के पीछे की वजह और सरकार की कार्रवाई के बारे में।
 

धुबरी में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति

Dhubri communal tension: असम के धुबरी जिले में हाल ही में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हुआ है, जिसके चलते राज्य सरकार ने रात के समय शूट-एट-साइट (देखते ही गोली मारने) का आदेश जारी किया है। यह निर्णय तब लिया गया जब ईद-अल-अधा के एक दिन बाद हनुमान मंदिर के पास मांस का सिर फेंका गया, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया।


मुख्यमंत्री का कड़ा बयान

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि "धुबरी में एक साम्प्रदायिक समूह सक्रिय है जो अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।" सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और इलाके में RAF और CRPF की तैनाती की गई है।


मंदिर के पास मांस मिलने से बढ़ा तनाव

रविवार को धुबरी के हनुमान मंदिर के पास मांस का सिर फेंकने की घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया। यह घटना ईद के ठीक एक दिन बाद हुई, जिसके बाद सोमवार को दुकानदारों और ई-रिक्शा चालकों पर भीड़ ने हमला किया।


सुरक्षा बलों की तैनाती

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को धुबरी में तैनात किया गया है।


मुख्यमंत्री के निर्देश

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने घटनास्थल का दौरा किया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "मैंने धुबरी का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मंदिरों, नामघरों और पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं।" उन्होंने कहा कि हनुमान मंदिर में मांस फेंकने की घटना अस्वीकार्य है और इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।


राजनीतिक साजिश का संकेत

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण कुछ कट्टरपंथी तत्व सोशल मीडिया और ज़मीनी स्तर पर सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कहा, "धुबरी की घटनाएं निंदनीय हैं। पहले दिन मंदिर में मांस रखा गया, और शांति समिति बनने के बावजूद दोबारा ऐसा किया गया। कुछ लोग जानबूझकर माहौल को बिगाड़ने और हिंदू समुदाय को उस इलाके से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।"