नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 2025 की घटना के कारण और सुरक्षा उपाय
नई दिल्ली में भगदड़ की घटना
नई दिल्ली में भगदड़ 2025: फरवरी 2025 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई एक गंभीर भगदड़ का मुख्य कारण एक यात्री का भारी सामान गिरना था। इस दुर्घटना में 18 लोगों की जान गई, जिनमें 4 बच्चे और 11 महिलाएं शामिल थीं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी संसद में साझा की।
जांच समिति की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के प्रश्न के उत्तर में रेल मंत्री ने बताया कि उच्चस्तरीय जांच समिति ने 15 फरवरी को हुई इस घटना के लिए सिर पर रखे सामान को मुख्य कारण बताया है। भगदड़ फुट ओवरब्रिज नंबर 3 पर हुई, जो प्लेटफॉर्म 14 और 15 को जोड़ता है।
महाकुंभ मेले का प्रभाव
टिकटों की बिक्री में वृद्धि
यह घटना उस समय हुई जब प्रयागराज में महाकुंभ मेले के कारण बिहार जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गई थी। शाम 6 बजे से टिकट काउंटरों पर भीड़ बढ़ने लगी थी, और रेलवे के रिकॉर्ड के अनुसार उस दिन 7,600 अनारक्षित टिकट बेचे गए, जो प्रति घंटे लगभग 1,500 की दर से थे।
मृतकों की मौत का कारण
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि सभी मृतकों की मौत दम घुटने के कारण हुई। समिति ने यह भी पाया कि फुट ओवरब्रिज की चौड़ाई केवल 25 फीट थी, जिससे भारी सामान के कारण आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
भीड़ प्रबंधन के उपाय
सुरक्षा उपायों की योजना
इस घटना के बाद रेलवे देशभर के 73 स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के उपाय लागू करेगा, जहां अक्सर भारी भीड़ होती है। इनमें नई दिल्ली, आनंद विहार, अयोध्या, वाराणसी और गाजियाबाद शामिल हैं। इन स्टेशनों पर स्थायी होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे और प्लेटफॉर्म पर प्रवेश केवल ट्रेन के आगमन पर ही होगा।
कन्फर्म टिकट धारकों के लिए नई व्यवस्था
एक्सेस कंट्रोल का कार्यान्वयन
रेलवे अब पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल लागू करेगा। केवल कन्फर्म टिकट धारकों को सीधे प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी, जबकि वेटिंग या बिना टिकट यात्रियों को बाहर बनाए गए इंतजार क्षेत्रों में रोका जाएगा। पुराने संकरे पुलों की जगह अब 12 मीटर और 6 मीटर चौड़े फुट ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
स्टेशन डायरेक्टर की नियुक्ति
प्रशासनिक सुधार
हर बड़े स्टेशन पर एक वरिष्ठ अधिकारी को स्टेशन डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जिसके पास वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार होंगे। डिजिटल संचार, वॉकी-टॉकी, सीसीटीवी नेटवर्क और अनाउंसमेंट सिस्टम का उपयोग भीड़ नियंत्रण में सहायता करेगा। इसके साथ ही स्टेशन स्टाफ को नई पहचान-पत्र और यूनिफॉर्म प्रदान की जाएगी ताकि केवल अधिकृत लोग ही स्टेशन परिसर में प्रवेश कर सकें।