नवी मुंबई में मां ने बेटी की हत्या की चौंकाने वाली घटना
नवी मुंबई में दिल दहला देने वाली घटना
नवी मुंबई: महाराष्ट्र के नवी मुंबई के कलंबोली क्षेत्र से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मां ने अपनी 6 साल की बेटी की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस की जांच में हत्या के पीछे की वजहें बेहद चौंकाने वाली हैं। बताया गया है कि आरोपी महिला अपने बेटे की चाहत रखती थी और अपनी बेटी के मराठी न बोल पाने से नाराज थी। बच्ची केवल हिंदी में बात करती थी, जो मां को पसंद नहीं था। इन अजीब कारणों और मानसिक तनाव के चलते मां ने अपनी ही संतान का गला घोंट दिया।
डॉक्टरों की जांच से खुला राज
घटना का विवरण
यह घटना 23 दिसंबर की है। 30 वर्षीय आरोपी महिला अपनी बेटी को लेकर अस्पताल पहुंची थी। उसने डॉक्टरों को बताया कि बच्ची अचानक बेहोश हो गई है। लेकिन जब डॉक्टरों ने जांच की, तो बच्ची को मृत पाया। डॉक्टरों को मामला संदिग्ध लगा, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। प्रारंभ में इसे आकस्मिक मौत का मामला माना गया, लेकिन सच्चाई अभी बाकी थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली सच्चाई
रिपोर्ट का खुलासा
जब बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो पुलिस और परिवार के होश उड़ गए। रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि बच्ची की मौत प्राकृतिक कारणों से नहीं हुई थी, बल्कि उसका गला घोंटकर हत्या की गई थी। इस खुलासे के बाद पुलिस ने तुरंत हत्या का मामला दर्ज किया और मां को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान मां ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
हत्या के पीछे की चौंकाने वाली वजहें
महिला के बयान
पुलिस की पूछताछ में महिला ने हत्या के पीछे तीन मुख्य कारण बताए। पहला, वह हमेशा से एक बेटे की चाहत रखती थी और बेटी होने के कारण असंतुष्ट थी। दूसरा, उसे इस बात की चिढ़ थी कि उसकी बेटी मराठी नहीं बोल पाती थी और केवल हिंदी में बात करती थी। तीसरा, पुलिस को यह भी पता चला कि महिला का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था, जिसके कारण वह छोटी-छोटी बातों पर तनाव में आ जाती थी।
आरोपी मां पुलिस हिरासत में
पुलिस की कार्रवाई
कलंबोली पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर लिया है। उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 30 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि क्या इस जघन्य अपराध में महिला अकेली थी या इसमें किसी और की भी भूमिका है। इस घटना ने परवरिश के दबाव और समाज की मानसिकता पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।