नवीनतम न्यायिक अधिकारियों ने वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया
वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली की समीक्षा
- महिलाओं को दी जाने वाली त्वरित सहायता की प्रक्रिया की जानकारी ली गई
जींद समाचार। हाल ही में, नव नियुक्त न्यायिक अधिकारियों महक, योगेश कौशिक और अनीशा ने वन स्टॉप सेंटर (सखी केंद्र) का निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने सेंटर की कार्यप्रणाली, उपलब्ध सेवाओं और महिलाओं को प्रदान की जाने वाली त्वरित सहायता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
महिलाओं के लिए राहतकारी योजना
गुरुवार को, वन स्टॉप सेंटर की संचालिका राजवंती ने बताया कि यह केंद्र केंद्रीय सरकार द्वारा संचालित है और हरियाणा सरकार के सहयोग से महिलाओं के लिए एक राहतकारी योजना के तहत कार्य करता है। इसमें हिंसा से प्रभावित महिलाएं जैसे बलात्कार, घरेलू हिंसा, महिला तस्करी, बाल शोषण, गुमशुदा महिलाएं, बाल विवाह, दहेज उत्पीड़न, एसिड अटैक और साइबर क्राइम से प्रभावित महिलाओं को सहायता दी जाती है।
यहां महिलाओं को चिकित्सा सेवाएं, कानूनी परामर्श, मनोवैज्ञानिक सहायता, भोजन और पांच दिनों तक अस्थायी आश्रय जैसी सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। संचालिका ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध एकीकृत सेवाएं महिलाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करती हैं।
महिला हेल्पलाइन नंबर 181
अब तक, सेंटर में कुल 1696 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें से 724 महिलाओं ने रात्रि आश्रय के लिए पंजीकरण कराया है। किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में महिलाएं हेल्पलाइन 181 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। निरीक्षण के बाद, अधिकारियों ने उपलब्ध सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर ऑफिस असिस्टेंट प्रियंका रानी और परामर्शदाता मोती राम भी उपस्थित थे।