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नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले में अगले महीने होंगे महत्वपूर्ण खुलासे

भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने ब्रिटेन की अदालत में अपने प्रत्यर्पण मामले में अगले महीने कुछ महत्वपूर्ण खुलासों का दावा किया है। उसने कहा कि उसके पास ऐसे सबूत हैं जो मामले की दिशा बदल सकते हैं। भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है, जबकि नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है और नीरव मोदी की अगली सुनवाई कब होगी।
 

नीरव मोदी का दावा


नीरव मोदी मामला: भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने ब्रिटेन की अदालत में कहा है कि उसके प्रत्यर्पण से जुड़े मामले में अगले महीने कुछ 'चौंकाने वाले खुलासे' होने वाले हैं। नीरव मोदी पर भारत में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगे हैं। भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण के प्रयास कर रही है, लेकिन वह अभी भी लंदन की जेल में बंद है।


नीरव मोदी ने यह बयान लंदन हाईकोर्ट में दिया, जहां वह बैंक ऑफ इंडिया के लगभग 66 करोड़ रुपये की बकाया राशि से संबंधित मामले में पेश हुआ था। उसने अदालत में अपने स्वास्थ्य और जेल की कठिनाइयों का हवाला देते हुए सुनवाई को रोकने की मांग की, जिसे जज ने अस्वीकार कर दिया। अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई जनवरी 2026 के लिए निर्धारित की है।


नीरव मोदी का बयान

नीरव मोदी ने किया दावा


सुनवाई के दौरान नीरव मोदी ने कहा, 'बैंक ऑफ इंडिया मेरे प्रत्यर्पण का जिक्र कर रहा है, लेकिन मैं अभी यहीं हूं। जल्द कुछ ऐसे खुलासे होंगे जो पहले कभी नहीं हुए।' उसके इस बयान के बाद अदालत में हलचल मच गई, हालांकि जज ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। नीरव ने यह भी कहा कि उसे उम्मीद है कि अगले महीने की सुनवाई में या तो केस खारिज हो जाएगा या उसे जमानत मिल जाएगी।


नए सबूतों की अनुमति

नए सबूत पेश करने की मांगी अनुमति


नीरव मोदी ने अदालत में नए सबूत पेश करने की अनुमति मांगी थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया है। अब वह इन दस्तावेजों को अगले महीने अदालत में पेश करेगा। उसके वकीलों का कहना है कि ये सबूत मामले की दिशा को बदल सकते हैं। हालांकि, भारत सरकार के वकीलों ने कहा है कि नीरव मोदी बार-बार नए बहाने बनाकर प्रक्रिया को लंबा खींच रहा है ताकि प्रत्यर्पण में देरी हो सके।


भारत सरकार की प्रत्यर्पण मांग

भारत सरकार ने की थी प्रत्यर्पण की मांग


भारत में नीरव मोदी और उसके सहयोगियों पर PNB से लगभग 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। 2018 में घोटाला सामने आने के बाद नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया था। उसे 2019 में लंदन से गिरफ्तार किया गया था और तब से वह वहीं जेल में है। भारत सरकार कई बार उसके प्रत्यर्पण की मांग कर चुकी है, जिस पर ब्रिटिश अदालतें सुनवाई कर रही हैं।