नूंह में पशु चोरी: ग्रामीणों ने चोरों को पकड़ा और अनोखी सजा दी
नूंह में पशु चोरी की बढ़ती समस्या
पशु चोरी अब नूंह में एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। मेवात क्षेत्र में नशे के बढ़ते प्रभाव और अवैध बूचड़खानों के कारण, इस प्रकार की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। चोर रात के समय गांवों में घुसकर गाय और भैंस जैसे पालतू जानवरों को चुरा लेते हैं और उन्हें नजदीकी बूचड़खानों में बेच देते हैं। इससे न केवल ग्रामीणों की आजीविका प्रभावित होती है, बल्कि सामाजिक तनाव भी बढ़ता है।
ग्रामीणों की सतर्कता से चोरों की गिरफ्तारी
हाल ही में नगला जमालगढ़ गांव में हुई एक घटना ने इस समस्या को फिर से उजागर किया है। रात के अंधेरे में चोरों ने दो गाय और दो भैंस चुरा लीं और उन्हें जंगल की ओर ले जाने लगे। CCTV फुटेज में यह पूरी घटना कैद हो गई। जब ग्रामीणों ने सुबह पशुओं को गायब पाया, तो उन्होंने तुरंत फुटेज की जांच की और चोरों का पीछा करना शुरू किया।
चोरों को पकड़ने के बाद की कार्रवाई
ग्रामीणों की एकजुटता ने तीन चोरों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जब ग्रामीण जंगल में पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि एक गाय को काटने की तैयारी की जा रही थी। जैसे ही चोरों को ग्रामीणों की आहट मिली, उन्होंने फायरिंग की और भागने लगे। कुछ दूरी पर एक पिकअप ट्रक मिला जिसमें तीन लोग सवार थे। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे चोरी करने आए थे।
सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने चोरों को पकड़कर उनकी पिटाई की और उनके बाल काट दिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। घटना के बाद, ग्रामीणों ने तीनों चोरों को पुन्हाना थाना पुलिस के हवाले कर दिया और मांग की कि फरार चार अन्य चोरों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। उनका कहना है कि नूंह में पशु चोरी अब आम बात हो गई है और इसे रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे।
एकजुटता का महत्व
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब ग्रामीण एकजुट होते हैं, तो अपराधियों को पकड़ना संभव है। अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करती है।