नेत्र स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता: डॉ. त्रिलोकनाथ आहूजा
नेत्र जांच शिविर में महत्वपूर्ण बातें
- आश्रम हरि मंदिर पटौदी में नेत्र जांच शिविर में कही यह बात
गुरुग्राम। नेत्र हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं, जो हमें दुनिया के रंगों को देखने की क्षमता प्रदान करते हैं। इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। हमें अपने नेत्रों का दान भी करना चाहिए ताकि वे किसी और की जिंदगी को रोशन कर सकें। यह बात निरामया चेरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख डॉ. त्रिलोकनाथ आहूजा ने आश्रम हरि मंदिर पटौदी में आयोजित नेत्र जांच शिविर में कही। इस शिविर में रविवार को 217 लोगों की नेत्र जांच की गई।
मुफ्त ऑपरेशन की सुविधा
यह शिविर साध केयर हॉस्पिटल के सहयोग से निरामया चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित किया गया था। हर महीने के पहले रविवार को यहां नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जाता है। इस बार 217 लोगों ने अपनी आंखों की जांच कराई, जिनमें से 57 मरीजों को आंखों की कमजोरी और 33 को मोतियाबिंद की समस्या पाई गई।
इन मरीजों को आहूजा हॉस्पिटल में ले जाकर मुफ्त ऑपरेशन किया जाएगा। पिछले महीने जिन 52 मरीजों की आंखों की नजर कमजोर पाई गई थी, उन्हें इस महीने मुफ्त में चश्मे दिए गए। रविवार को 67 नए मरीजों की नजरें कमजोर पाई गईं, जिन्हें अगले महीने के पहले सोमवार, 3 नवंबर को चश्मे प्रदान किए जाएंगे।
शिविर में हरि मंदिर आश्रम के सुरेंद्र धवन और अन्य कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाएं दीं। निरामया चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से डॉ. त्रिलोकनाथ आहूजा सहित कई सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिव कुमार और कृष्ण कुमार ने नेत्रदान के लिए फॉर्म भरे।