नेपाल में पहली महिला प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने ली शपथ
नेपाल की राजनीति में नया मोड़
नेपाल की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। 73 वर्षीय सुशीला कार्की ने शुक्रवार रात देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। यह नियुक्ति पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अचानक इस्तीफे के बाद हुई है, जिन्होंने विवादास्पद सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पद छोड़ा था। अब नए मंत्रिमंडल में प्रमुख नामों की घोषणा की तैयारी जोरों पर है।सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्की की सरकार में टेक्नोक्रेट और अनुभवी पेशेवरों को मंत्री पद दिए जाने की संभावना है। यह टीम सुधारों और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध होगी, जो नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई ऊर्जा लेकर आएगी।
कुलमन घीसिंग को ऊर्जा मंत्रालय मिल सकता है। वे नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व प्रबंध निदेशक हैं और उन्हें बिजली कटौती खत्म करने का श्रेय जाता है। भारत-नेपाल ऊर्जा व्यापार समझौते में उनका योगदान भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
रामेश्वर खनल, जो पूर्व वित्त सचिव हैं, उन्हें वित्त मंत्री बनाए जाने की उम्मीद है। वे आर्थिक सुधारों के समर्थक हैं और निवेशकों का भरोसा बढ़ाने पर ध्यान देंगे।
ओम प्रकाश आर्यल, सुप्रीम कोर्ट के वकील और प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी, गृह मंत्रालय संभाल सकते हैं। उन्हें न्याय और पारदर्शिता के लिए जाना जाता है।
लेफ्टिनेंट जनरल बालानंद शर्मा (सेवानिवृत्त) रक्षा मंत्री के रूप में विचाराधीन हैं। उन्होंने गृहयुद्ध के बाद सेना में पूर्व माओवादी लड़ाकों के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई थी।
मंत्रिमंडल के गठन को अंतिम रूप देने के लिए शपथ ग्रहण समारोह संभवतः कल होगा। नई सरकार में पारंपरिक राजनेताओं की बजाय विशेषज्ञों और तकनीकी हस्तियों का समावेश देखना नेपाल के लिए एक नया राजनीतिक आयाम होगा।
नेपाल के लोकप्रिय राइड-शेयरिंग प्लेटफॉर्म पाठाओ के संस्थापक असीम मान सिंह बस्नेत भी चर्चा में हैं। हालांकि उनकी भूमिका अभी स्पष्ट नहीं है, पर उनकी तकनीकी पृष्ठभूमि सरकार के सुधार एजेंडे के अनुरूप मानी जा रही है।