नेपाल में हिंसक विरोध: भारत की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई गई
नेपाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों का असर
Nepal Protest: नेपाल में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते भारत के उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया गया है। उत्तर प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों में 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने सुरक्षा को मजबूत किया है और किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
बिहार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
बिहार में भी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है, जो नेपाल के साथ 729 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करता है। राज्य के सात जिलों पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। सीमा सुरक्षा बल (SSB) ने निगरानी को बढ़ाते हुए अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं।
उत्तर प्रदेश में सख्त सुरक्षा इंतजाम
उत्तर प्रदेश की नेपाल सीमा सात जिलनों श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, पिलीभित, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज से होकर गुजरती है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने मंगलवार को पुलिस बल को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सीमा पर निगरानी को मजबूत करने, गश्त बढ़ाने और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने के आदेश दिए ताकि कोई भी अवैध गतिविधि या दंगा-फसाद सीमा पार न हो।
कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन
लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इस इकाई का नेतृत्व एडीजी (कानून और व्यवस्था) कर रहे हैं, जो नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होंगे।
सहायता को सरल बनाने के लिए तीन हेल्पलाइन नंबर और एक व्हाट्सऐप नंबर 24 घंटे सक्रिय कर दिए गए हैं-
0522-2390257
0522-2724010
9454401674
WhatsApp: 9454401674
सोशल मीडिया पर निगरानी
पुलिस मुख्यालय ने अपने सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को निर्देश दिया है कि वह नेपाल से संबंधित ऑनलाइन पोस्ट और संवेदनशील सामग्री पर नजर रखे। किसी भी भ्रामक या खतरनाक सूचना को तुरंत चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
एडीजी (कानून और व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा, "यूपी पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।"
भारत-नेपाल सीमा
भारत और नेपाल के बीच 1,751 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम राज्यों से होकर गुजरती है। यह सीमा खुली है, जिसका अर्थ है कि दोनों देशों के नागरिक बिना वीजा या परमिट के स्वतंत्र रूप से आ-जा सकते हैं।