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नेपाल से भागे कैदियों की गिरफ्तारी और तेलुगु नागरिकों की सुरक्षित वापसी

नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास के दौरान गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तारियों की जानकारी मिली है। साथ ही, आंध्र प्रदेश सरकार ने हिंसा प्रभावित नेपाल में फंसे तेलुगु नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है। जानें इस घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी।
 

नेपाल से भागे कैदियों की गिरफ्तारी

नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास करते समय सशस्त्र सीमा बल ने पकड़ लिया। इनमें से 17 कैदियों को उत्तर प्रदेश से और 13 को पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार किया गया है। 


गिरफ्तारी की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश में ये गिरफ्तारियां लखीमपुर, बहराइच और बलरामपुर में रात भर की गश्त के दौरान की गईं। यह कार्रवाई नेपाल की जेल से कैदियों के भागने की सूचना के बाद शुरू की गई थी।


सुरक्षा उपायों में वृद्धि

सशस्त्र सीमा बल को बुधवार दोपहर इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने हर स्थान पर चौकसी बढ़ा दी ताकि अवैध प्रवेश को रोका जा सके।


तेलुगु नागरिकों की सुरक्षित वापसी

हिंसा प्रभावित नेपाल में फंसे तेलुगु नागरिकों को निकालने का कार्य गुरुवार को तेज किया गया। सिमिकोट से 12 लोगों को लेकर एक विशेष उड़ान रवाना हुई, जबकि 22 अन्य सड़क मार्ग से सुरक्षित लौट आए।


आंध्र प्रदेश सरकार की पहल

आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने बताया कि 200 से अधिक लोगों को हवाई मार्ग से लाने के लिए काठमांडू से नई दिल्ली के बीच एक उड़ान की योजना बनाई गई है।


सुरक्षा में नागरिकों की सहायता

मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि 133 लोगों को काफिले की सुरक्षा में हवाई अड्डे तक पहुंचाया गया है। पोखरा से एक चार्टर विमान उड़ान भरेगा, जो 10 फंसे तेलुगु लोगों को काठमांडू लाएगा।


फंसे नागरिकों की संख्या

अधिकारियों के अनुसार, 133 फंसे हुए लोग काठमांडू हवाई अड्डे पर पहुंच चुके हैं, जबकि 43 अन्य के जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है।


राज्य और केंद्र सरकार का सहयोग

राज्य सरकार ने केंद्र सरकार, काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास और नेपाली अधिकारियों के साथ मिलकर फंसे हुए नागरिकों को निकालने की पहल की है।


नेपाल में तेलुगु नागरिकों की स्थिति

आंध्र प्रदेश के कुल 217 नागरिकों का नेपाल में पता लगाया गया है। इनमें से 173 काठमांडू में, 22 हेटौडा में, 10 पोखरा में और 12 नेपाल-चीन सीमा के पास सिमिकोट में हैं।