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नोएडा एयरपोर्ट के प्रभावित किसानों के बच्चों के लिए रोजगार पोर्टल की शुरुआत

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में अपनी भूमि देने वाले किसानों के बच्चों के लिए एक रोजगार पोर्टल की शुरुआत की गई है। यह पहल स्थानीय किसानों के बच्चों को नौकरी के अवसर प्रदान करेगी, जिससे उन्हें अन्य शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। पंजीकरण प्रक्रिया 10 जून से शुरू होगी, और प्रभावित किसानों के बच्चों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी मिलेगी। जानें इस पहल के बारे में और कैसे यह किसानों के जीवन को आसान बनाएगी।
 

किसानों के बच्चों को मिलेगा रोजगार

Greater Noida News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में अपनी भूमि देने वाले किसानों के बच्चों को नौकरी के अवसर प्रदान करने के लिए एक नया रोजगार पोर्टल लॉन्च किया गया है। यह पहल सोमवार को जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी मनीष वर्मा और यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की उपस्थिति में शुरू की गई। पहले चरण में प्रभावित किसानों के बच्चे इस पोर्टल का लाभ उठा सकेंगे, जबकि दूसरे चरण के लिए कुछ समय बाद अवसर उपलब्ध होगा।


फॉर्म भरने के लिए कैंप का आयोजन

कैंप के माध्यम से भरवाए जाएंगे फॉर्म


जेवर की आरएंडआर कॉलोनी और रबूपुरा नगर पंचायत में रोजगार पोर्टल के लिए विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। इन स्थानों पर प्रभावित किसानों के बच्चे फॉर्म भर सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार, आवेदक लिंक- https://niairport.in/paf-career/ पर जाकर फॉर्म जमा कर सकते हैं।


उनकी योग्यता के अनुसार विभिन्न कंपनियों और एयरपोर्ट पर विभिन्न पदों पर नौकरी मिलेगी। इस पहल को सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। रोजगार पोर्टल के खुलने से स्थानीय किसानों के बच्चों को नौकरी के लिए अन्य शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि वे अपने घर पर रहकर ही काम कर सकेंगे।


अधिग्रहित भूमि के गांव

इन गांव की जमीन का हुआ है अधिग्रहण


नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए जेवर के कई गांवों जैसे थोरा, बनकापुर, दयानतपुर, शाहजहांपुर, किशोरपुर, खवाजपुर, सबोता, चरोली आदि में भूमि का अधिग्रहण किया गया है।


नोएडा यात्रा से मिलेगी राहत

नोएडा जाने से मिलेगा छुटकारा


वर्तमान में जेवर क्षेत्र के कई किसान के बेटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में विभिन्न कंपनियों में काम करने जाते हैं। यमुना सिटी क्षेत्र में बन रही फैक्ट्री में रोजगार मिलने से उन्हें 50 किलोमीटर की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी, जिससे किसानों का जीवन आसान होगा।


पंजीकरण की प्रक्रिया

10 जून से सपनों को लगेंगे पंख


यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि रोजगार पोर्टल पर पंजीकरण 10 जून से शुरू होगा। एक बार पंजीकरण कराने के बाद किसानों के बच्चे अपने सपनों की उड़ान भर सकेंगे। एक बार रजिस्ट्रेशन करने के बाद दोबारा पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी।


कम मुआवजे का विकल्प

मुआवजा कम लेकर चुना रोजगार का विकल्प


एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित भूमि के दौरान 700 से अधिक किसानों ने कम मुआवजे का विकल्प चुना और इसके बदले रोजगार की मांग की। ऐसे किसानों के बच्चों को कंपनियों और नोएडा एयरपोर्ट पर नौकरी दी जाएगी, जिसमें उनकी योग्यता का ध्यान रखा जाएगा। पहले चरण में कुछ किसानों के बच्चों को नौकरी मिल चुकी है, जबकि बाकी किसानों के बच्चों को भी जल्द ही अवसर मिलेगा।