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नोएडा में 3 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक महिला से 3 करोड़ रुपये की ठगी की। आरोपियों ने ठगी की रकम का उपयोग मौज-मस्ती में किया। पुलिस ने 17 लाख रुपये की संपत्ति भी जब्त की है। जानें कैसे आरोपियों ने महिला को ठगा और उनकी भूमिका क्या थी।
 

नोएडा में साइबर ठगी का मामला

नोएडा समाचार: नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक महिला से 3 करोड़ रुपये की ठगी की। इन आरोपियों ने ठगी की रकम का उपयोग मौज-मस्ती में किया। ये युवक लंबे समय से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। पुलिस अब इन तीनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है। इन तीनों ने मिलकर नोएडा में रहने वाली एक महिला को ठगी का शिकार बनाया, जिसके खाते से 3 करोड़ 29 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई थी।


17 लाख रुपये की संपत्ति जब्त

17 लाख कराए फ्रिज

इन आरोपियों ने ठगी की रकम को तुरंत खर्च कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 17 लाख रुपये की राशि आरोपी के खाते में फ्रिज कर दी है, जिसका उपयोग आरोपी नहीं कर सकेंगे। पकड़े गए आरोपियों की पहचान दुपिंदर सिंह उर्फ गिन्नी, विनय समानिया और मंदीप सिंह के रूप में हुई है। ये तीनों दोस्त हैं और मिलकर महिला को ठगी का शिकार बनाया था।


आरोपियों की भूमिका

तीनों की यह थी भूमिका

पुलिस पूछताछ में गिन्नी ने बताया कि उसने अपना बैंक खाता विनय को उपयोग के लिए दिया था। इस खाते में ठगी की रकम आती थी और उसे 15 प्रतिशत कमीशन मिलता था। 3 करोड़ की ठगी में से 93 लाख रुपये गिन्नी के खाते में ट्रांसफर हुए थे। विनय ने बताया कि वह इस खाते को 25 प्रतिशत कमीशन पर आगे ट्रांसफर कर देता था, जिससे 40 प्रतिशत रकम गिन्नी के खाते में आती थी। मंदीप ने बताया कि उसने अपने खाते पर धोखाधड़ी की धनराशि मंगाने के लिए 50 हजार रुपये अपने एक साथी से लिए और उसे अपना बैंक खाता दे दिया था। मंदीप के खाते में ठगी के 71 लाख रुपये आए थे।


ठगी की प्रक्रिया

ऐसे हुई थी ठगी

आरोपियों ने महिला के लैंडलाइन नंबर पर फोन किया और कहा कि उसके आधार का उपयोग सट्टा खेलने और अवैध हथियार खरीदने में किया गया है। इस डर से महिला को उन्होंने डिजिटल अरेस्ट कर लिया। 30 जून को इस मामले में केस दर्ज किया गया था। डिजिटल अरेस्ट के बाद आरोपियों ने महिला से 3 करोड़ रुपये की ठगी की।