नोएडा में प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष टीमें गठित, 10 हॉटस्पॉट चिन्हित
नोएडा में प्रदूषण की स्थिति पर नजर
नोएडा: बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए, प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। क्षेत्रीय अधिकारी रितेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में, विभाग ने तीन विशेष टीमों का गठन किया है, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदूषण की स्थिति की निगरानी करेंगी। विभाग ने नोएडा में 10 हॉटस्पॉट की पहचान की है, जहां प्रदूषण का स्तर लगातार उच्च बना हुआ है।
प्रत्येक टीम में पांच अधिकारी शामिल हैं, जो现场 जाकर निरीक्षण करेंगे। इन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्माण स्थलों, सड़कों और औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को रोकें। इसके साथ ही, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
रितेश कुमार तिवारी ने बताया कि नोएडा में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप-1) लागू किया जा चुका है और जिलाधिकारी के निर्देश पर विभाग ने फील्ड स्तर पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और यदि किसी क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित कोई समस्या पाई जाती है, तो संबंधित प्राधिकरण से त्वरित कार्रवाई के लिए अनुरोध किया जा रहा है। त्योहारों के कारण शहर में ट्रैफिक का दबाव बढ़ा है, जिससे कुछ असुविधा हो रही है, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग को उम्मीद है कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी और वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है। गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है, इसके बाद नोएडा और दिल्ली का स्थान है। विशेषज्ञों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे सुबह और शाम के समय बाहरी गतिविधियों से बचें, विशेषकर सांस के मरीज और बुजुर्ग। इसके अलावा, मास्क पहनने और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की भी सलाह दी जा रही है।