×

नोएडा में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति, राहत कार्य जारी

नोएडा में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संकट गहरा गया है। मंगरौली गांव में फसलें बर्बाद हो गई हैं, जबकि पॉश इलाकों में भी पानी घुसने लगा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और राहत कार्य तेज कर दिए हैं। जानवरों के लिए भी रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का संकट

नोएडा समाचार: यमुना नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि के कारण नोएडा और उसके आस-पास के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मंगरौली गांव में इसका सबसे अधिक प्रभाव देखा गया है, जहां खेत और खलिहान पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। गौशालाओं में पानी भरने से पशुओं के लिए चारा और सुरक्षित स्थान की कमी हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी फसल को भारी नुकसान हुआ है, और सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है।


महंगे इलाकों में भी बाढ़ का असर

शहर के पॉश इलाकों में पानी का प्रवेश
अब यह समस्या केवल ग्रामीण क्षेत्रों तक सीमित नहीं रह गई है। नोएडा के सेक्टर 134, 135 और 136 जैसे महंगे इलाकों में भी यमुना का पानी घुसने लगा है। सेक्टर 135 में करोड़ों रुपये की कीमत वाले बंगलों में चार फीट से अधिक पानी भर चुका है, जिससे निवासियों को घरों से बाहर निकलने में कठिनाई हो रही है। कई स्थानों पर रेस्क्यू बोट्स का सहारा लिया जा रहा है।


बारिश से स्थिति और गंभीर

खतरा बढ़ा
बुधवार शाम से शुरू हुई बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। पहले से ही बढ़ा हुआ जलस्तर अब लगातार बारिश के कारण तेजी से फैल रहा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।


जानवरों के लिए रेस्क्यू अभियान

जानवरों का भी रेस्क्यू
इस संकट के समय में कुछ लोग मिसाल पेश कर रहे हैं। सेक्टर 135 में एक डॉग लवर ने सैकड़ों फंसे हुए कुत्तों को रेस्क्यू किया है। जानवरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है, और स्थानीय लोग भी इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।


प्रशासन की सक्रियता

अलर्ट मोड पर प्रशासन
ग्रामीण और शहरी निवासियों का कहना है कि स्थिति बिगड़ने से पहले ही चेतावनी मिल चुकी थी, लेकिन प्रभावी इंतजाम नहीं किए गए। अब जब पानी लोगों के घरों तक पहुंच चुका है, तो राहत कार्य में तेजी लाई गई है।