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न्यू जर्सी में भारतीय डॉक्टर पर गंभीर आरोप: यौन शोषण और अवैध दवा वितरण

न्यू जर्सी में भारतीय मूल के डॉक्टर रितेश कालरा पर गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें अवैध ओपिओइड दवा वितरण और मरीजों के साथ यौन शोषण शामिल है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उन्हें 60 साल तक की जेल और लाखों डॉलर का जुर्माना हो सकता है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की सच्चाई।
 

डॉक्टर रितेश कालरा पर लगे गंभीर आरोप

न्यू जर्सी में रहने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर रितेश कालरा पर गंभीर और चौंकाने वाले आरोप लगाए गए हैं। 51 वर्षीय इस इंटर्निस्ट पर न केवल अवैध रूप से शक्तिशाली ओपिओइड दवाओं का वितरण करने का आरोप है, बल्कि उन्होंने कथित तौर पर कमजोर मरीजों को यौन संबंध के लिए मजबूर किया और न्यू जर्सी की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ धोखाधड़ी भी की। यदि ये आरोप सिद्ध होते हैं, तो कालरा को हर आरोप में 20 साल तक की जेल और लाखों डॉलर का जुर्माना हो सकता है.


क्लिनिक में चल रहा था 'पिल मिल'

अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस के अनुसार, रितेश कालरा ने न्यू जर्सी के फेयर लॉन में अपने क्लिनिक से एक कथित 'पिल मिल' का संचालन किया। अभियोजकों का कहना है कि वहां बिना किसी उचित चिकित्सा आवश्यकता के शक्तिशाली दर्द निवारक दवा ऑक्सीकोडोन के प्रिस्क्रिप्शन जारी किए जाते थे। अदालत में प्रस्तुत दस्तावेजों के अनुसार, जनवरी 2019 से फरवरी 2025 के बीच कालरा ने 31,000 से अधिक बार ऑक्सीकोडोन के लिए प्रिस्क्रिप्शन लिखा, जिसमें हाल के दिनों में 50 से अधिक बार ऐसा किया गया।


यौन संबंध के लिए दवा का सौदा

अदालती दस्तावेजों और गवाहों के बयानों के अनुसार, डॉक्टर कालरा ने कई बार मरीजों, विशेषकर महिलाओं से, यौन संबंध बनाने की मांग की। क्लिनिक की पूर्व महिला मरीजों ने बताया कि डॉक्टर ने उन्हें ओरल सेक्स और अन्य यौन फेवर के बदले ओपिओइड दवाएं दीं। एक महिला ने यह भी कहा कि उसे कई बार यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा।


डॉक्टर का मेडिकल लाइसेंस निलंबित

डॉ. कालरा पर अब 5 संघीय आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से तीन अवैध दवा वितरण से संबंधित हैं और दो स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी से जुड़े हैं। उन्हें पहली बार फेडरल कोर्ट में मजिस्ट्रेट जज आंद्रे एम. एस्पिनोसा के सामने पेश किया गया, जहां उन्हें असुरक्षित 1 लाख डॉलर के मुचलके पर नजरबंद रहने की अनुमति दी गई। इसके साथ ही, उन्हें दवाएं प्रिस्क्राइब करने या चिकित्सा प्रैक्टिस से प्रतिबंधित कर दिया गया है। उनका क्लिनिक भी बंद कर दिया गया है।


जेल में भी दवा का वितरण

जांच में यह भी सामने आया कि रितेश कालरा एसेक्स काउंटी करेक्शनल फैसिलिटी (जेल) में एक बंदी को बिना किसी मेडिकल जांच के ओपिओइड दवाएं प्रिस्क्राइब करता था। यह दर्शाता है कि वह केवल आर्थिक और यौन लाभ के लिए मरीजों को नशे की लत में डाल रहा था, न कि चिकित्सा के लिए।


फर्जी मेडिकल रिकॉर्ड और मेडिकेड धोखाधड़ी

डॉ. कालरा पर यह भी आरोप है कि उसने न्यू जर्सी के सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम 'मेडिकेड' के साथ धोखाधड़ी की। उसने मरीजों के नाम पर फर्जी अपॉइंटमेंट दिखाकर बिलिंग की और इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड में एक जैसे 'प्रोग्रेस नोट' भरे, जिनमें कोई ठोस चिकित्सा जानकारी नहीं थी। ये सभी दस्तावेज अदालत में पेश किए गए हैं।


एफबीआई और अमेरिकी अटॉर्नी का बयान

एफबीआई की स्पेशल एजेंट स्टेफनी रॉडी ने कहा, "हम डॉक्टरों पर भरोसा करते हैं कि वे हमारे हित में इलाज करेंगे, लेकिन डॉ. कालरा ने अपनी यौन संतोष और आर्थिक लाभ के लिए मरीजों का शोषण किया।" अमेरिकी अटॉर्नी अलीना हब्बा ने भी कहा, "कालरा ने अपनी स्थिति और मेडिकल लाइसेंस का गलत इस्तेमाल करते हुए कानून का उल्लंघन किया है। उसने न केवल मरीजों की जान को खतरे में डाला, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को भी धोखा दिया।"


संभावित सजा

यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो डॉ. रितेश कालरा को अवैध दवा वितरण के प्रत्येक आरोप में 20 साल तक की जेल और 10 लाख डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है। वहीं, स्वास्थ्य सेवा धोखाधड़ी के हर आरोप में 10 साल तक की सजा और 2.50 लाख डॉलर तक का जुर्माना संभव है। कुल मिलाकर, उन्हें 60 साल तक की जेल और करोड़ों रुपये के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है.