पंजाब के मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी को बताया सामाजिक समस्याओं का मूल कारण
मुख्यमंत्री ने रोजगार वितरण समारोह में की घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा, हमने तीन साल के भीतर रिकॉर्ड करीब 59 हजार युवाओं को रोजगार दिया
अमृतसर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित एक समारोह में, मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी को कई सामाजिक समस्याओं का मूल कारण बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके कार्यकाल के लगभग तीन साल में, सरकार ने 58,962 सरकारी नौकरियों का वितरण किया है, जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने यह भी बताया कि आज पीएसपीसीएल और पीएसटीसीएल में 2023 लाइनमैन, 48 आंतरिक ऑडिटर्स और 35 राजस्व लेखाकारों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। अप्रैल 2022 से अब तक इन दोनों निगमों में कुल 8984 नियुक्तियां की गई हैं।
मेरिट के आधार पर नौकरी का वितरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी, क्योंकि राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने गर्व से कहा कि सभी नियुक्तियां पूरी तरह से मेरिट के आधार पर और बिना किसी सिफारिश के की गई हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पूर्व सरकारों के समय युवाओं को केवल पैसे और सिफारिश के आधार पर नौकरी मिलती थी, लेकिन अब यह प्रथा समाप्त हो चुकी है। अब पंजाब में केवल मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाती है, और इसीलिए अब तक एक भी नियुक्ति अदालत में चुनौती का सामना नहीं कर पाई है।
डॉ. अंबेडकर का उदाहरण
मुख्यमंत्री ने बाबा साहिब डॉ. भीमराव अंबेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि इस महान नेता ने कठिनाइयों का सामना कर शिक्षा प्राप्त की और जीवन में ऊंचाइयों को छुआ। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे डॉ. अंबेडकर के जीवन से सीख लेकर सफलता की ओर बढ़ें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नए नियुक्त युवा अब सरकार का अभिन्न अंग बन चुके हैं और उन्हें जनता की सेवा में मिशनरी जोश के साथ काम करना चाहिए।
जरूरतमंदों की सहायता का आह्वान
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी कलम का उपयोग समाज के गरीब और वंचित वर्गों की सहायता के लिए करें। उन्होंने कहा कि जैसे रनवे विमान की उड़ान में मदद करता है, वैसे ही राज्य सरकार युवाओं के सपनों को उड़ान देने में सहायक बनेगी। मुख्यमंत्री ने भावुक होकर कहा कि खाली मन शैतान का घर होता है, इसलिए हम अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देना चाहते हैं ताकि वे सामाजिक बुराइयों से दूर रहें।