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पंजाब को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता: मुख्यमंत्री मान का आह्वान

पंजाब में हालिया बाढ़ ने राज्य को गंभीर संकट में डाल दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सभी पंजाबियों से एकजुट होकर राज्य को पुनर्जीवित करने की अपील की है। उन्होंने बाढ़ के कारण हुए नुकसान और प्रभावित लोगों की संख्या के बारे में जानकारी दी। मान ने विपक्ष पर भी तंज कसा और कहा कि यह एक प्राकृतिक आपदा थी। जानें इस संकट के समय में राज्य की स्थिति और मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण।
 

पंजाब में बाढ़ की गंभीरता पर चिंता


मुख्यमंत्री मान ने कहा, इस साल पंजाब में बाढ़ ने कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ा है। चंडीगढ़ में, उन्होंने मानसून के दौरान आई बाढ़ पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य ने अब तक की सबसे भयानक बाढ़ का सामना किया है, जिसमें बांधों से अत्यधिक पानी बहकर नहरों और नदियों का मार्ग बदल दिया। मुख्यमंत्री ने सभी से मिलकर काम करने की अपील की ताकि पंजाब को फिर से खड़ा किया जा सके।


उन्होंने कहा कि इस बाढ़ में 2,300 से अधिक गांव प्रभावित हुए, 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए और 5 लाख एकड़ में फसलें नष्ट हो गईं। इस आपदा में 56 लोगों की जान गई और लगभग 7 लाख लोग बेघर हो गए। इसके अलावा, 3,200 सरकारी स्कूल, 19 कॉलेज, 1,400 क्लीनिक और अस्पताल क्षतिग्रस्त हुए, और 8,500 किलोमीटर सड़कें नष्ट हो गईं। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, कुल नुकसान लगभग 13,800 करोड़ रुपये है।


एकजुटता का आह्वान

मुख्यमंत्री ने इस संकट के समय सभी पंजाबियों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य को फिर से खड़ा करना अत्यंत आवश्यक है। यदि आवश्यक हुआ, तो वह प्रधानमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से डरते नहीं हैं और राज्य के हितों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।


उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है, क्योंकि इतिहास उन सभी को याद रखेगा जिन्होंने इस संकट में राज्य की भलाई के लिए काम किया।


बाढ़ का पानी और उसके प्रभाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आपदा बहुत बड़ी थी, क्योंकि पौंग बांध में 1988 की तुलना में 60.4 प्रतिशत अधिक पानी आया। इसी तरह, रणजीत सागर बांध में भी 2023 की तुलना में 65.3 प्रतिशत अधिक पानी आया। उन्होंने राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें पिछले 25 वर्षों में 6190 करोड़ रुपये का कोष प्राप्त हुआ।


विपक्ष पर तंज

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा थी, न कि मानव निर्मित। उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि क्या अन्य राज्यों में आई बाढ़ भी उनकी सरकार द्वारा योजनाबद्ध थी। उन्होंने कहा कि इस गंभीर संकट के समय में विपक्ष को राजनीति करने से बचना चाहिए।