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पंजाब चुनाव परिणाम: केजरीवाल ने सरकार की नीतियों को बताया जन समर्थन

पंजाब के हालिया जिला परिषद और ब्लाक समिति चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 70% से अधिक सीटें जीतकर एक महत्वपूर्ण जन समर्थन प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे सरकार की जन-हितैषी नीतियों का प्रमाण बताया है। चुनाव परिणामों में 'आप' ने कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा को पीछे छोड़ दिया है। केजरीवाल ने कहा कि 580 सीटें 100 से कम वोटों के अंतर से जीती गईं, जो दर्शाता है कि लोगों का विश्वास उनकी सरकार में है।
 

जनता ने सरकार के काम पर मुहर लगाई


कहा, चुनाव परिणाम भगवंत मान सरकार की जन-हितैषी और विकास नीतियों के पक्ष में बह रही हवा का प्रमाण


चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में हाल ही में हुए जिला परिषद और ब्लाक समिति चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को मतदाताओं ने एक स्पष्ट जन समर्थन दिया है। यह न केवल सरकार के प्रति थकान का संकेत है, बल्कि बेहतर शासन के लिए लोगों के समर्थन का भी प्रमाण है। पार्टी ने 70 प्रतिशत से अधिक सीटों पर जीत हासिल की है, जो एक मजबूत जन-लहर को दर्शाती है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह जन समर्थन भगवंत मान सरकार की 'काम की राजनीति' का परिणाम है, जिसमें नशे के खिलाफ युद्ध, सिंचाई सुधार, निर्बाध बिजली, सड़क निर्माण, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार शामिल हैं।


आप ने सभी पार्टियों को पीछे छोड़ा

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय लोगों की सोच को स्पष्ट रूप से दर्शाता है और यह उनकी सरकार की जिम्मेदारी और विनम्रता के साथ सेवा का प्रमाण है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हाल ही में हुए चुनावों में पार्टी ने लगभग 70 प्रतिशत सीटें जीती हैं, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।


580 सीटें 100 से कम वोटों के अंतर से जीती गईं

केजरीवाल ने बताया कि पंजाब में 580 सीटें ऐसी हैं, जो 100 से कम वोटों के अंतर से जीती गई हैं। इनमें से 'आप' ने 261 सीटें जीती हैं, जबकि विपक्ष ने 319 सीटें हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग होता, तो विपक्ष द्वारा जीती गई सीटें आसानी से 'आप' के पक्ष में आ सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि वे लोगों की सच्ची भावना को देखना चाहते थे।