पंजाब में ई-रिक्शा योजना से आत्मनिर्भरता की ओर कदम
पंजाब में विकास की नई दिशा
पंजाब समाचार: पंजाब में विकास की नई कहानी लिखते हुए मान सरकार ने एक बार फिर जनता को आश्वस्त किया है कि उनकी प्राथमिकता आम लोगों की भलाई है। मलोट हल्के में कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने 15 जरूरतमंद परिवारों को ई-रिक्शा प्रदान कर न केवल रोजगार का साधन उपलब्ध कराया, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का सुनहरा अवसर भी दिया। यह पहल उन गरीब और श्रमिक वर्गों के लिए नई उम्मीद की किरण है, जो लंबे समय से आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे थे।
डॉ. बलजीत कौर ने इस अवसर पर कहा कि मान सरकार का उद्देश्य राज्य से गरीबी और बेरोजगारी को समाप्त करना है। सरकार चाहती है कि कोई भी परिवार असहाय न रहे और हर श्रमिक एवं गरीब परिवार को अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर मिले। ई-रिक्शा योजना इस सोच की स्पष्ट मिसाल है, जो लोगों को रोजगार के साथ-साथ सम्मान और आत्म-सम्मान से जीने का अवसर प्रदान करती है।
पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान
इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखा गया है। ई-रिक्शा न केवल प्रदूषण-मुक्त साधन हैं, बल्कि बढ़ते ईंधन खर्च से भी राहत प्रदान करते हैं। इस प्रकार मान सरकार ने रोजगार के साथ-साथ पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में भी सराहनीय कदम उठाया है। यह सोच दर्शाती है कि सरकार दीर्घकालिक विकास की ओर अग्रसर है।
लाभार्थियों ने ई-रिक्शा मिलने पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और डॉ. बलजीत कौर का दिल से धन्यवाद किया। उनका कहना था कि पहले उनके पास रोजगार का कोई स्थायी साधन नहीं था, लेकिन अब वे अपने परिवार की रोजमर्रा की जरूरतें आसानी से पूरी कर पाएंगे। इस पहल से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और समाज में जीने का एक नया हौसला मिला है।
पंजाब के हर नागरिक को आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य
मान सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना ने यह साबित कर दिया है कि गरीब और श्रमिक वर्ग को मजबूत करना ही असली विकास है। ई-रिक्शा वितरण के इस अवसर पर डॉ. बलजीत कौर ने आश्वासन दिया कि मान सरकार आगे भी गरीबों और श्रमिकों के लिए ऐसी योजनाएं लाती रहेगी। पंजाब के हर नागरिक को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना ही इस सरकार का मुख्य उद्देश्य है। यही कारण है कि आज मान सरकार को 'जनता की सरकार' कहा जा रहा है, जो हर वर्ग के हित में दिन-रात कार्य कर रही है.