पंजाब में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नई सेक्टरल कमेटियों की शुरुआत
पंजाब में नई पहल
पंजाब सेक्टरल कमेटी: पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सेक्टरल कमेटियों की स्थापना की। इस पहल के माध्यम से उद्योगपतियों को नीति निर्माण में शामिल किया गया है, जिससे सरकार ने उद्योग क्षेत्र को नई ऊर्जा प्रदान की है। केजरीवाल ने कहा कि यह कदम पंजाब को औद्योगिक विकास में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, जिससे न तो व्यापार में रुकावट आएगी और न ही रोजगार के अवसरों में कमी होगी।
उद्योगपतियों की भागीदारी
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "पंजाब में अब छोटे और बड़े व्यवसाय मिलकर नीतियां बनाएंगे और सरकार उन्हें लागू करेगी। यह 'आप' की असली राजनीति है, जहां जनता की भागीदारी सर्वोपरि है।" उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब ने एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है, जो विश्व में कहीं और नहीं मिलता। अब पंजाब में व्यवसाय शुरू करने के लिए 45 दिनों में डीम्ड अप्रूवल मिलेगा, और 125 करोड़ रुपये तक की MSME परियोजनाओं के लिए किसी अप्रूवल की आवश्यकता नहीं होगी। यह केवल एक ईमानदार और जन-केंद्रित सरकार ही कर सकती है।
पिछले शासन की आलोचना
पहले वसूली, अब क्रांतिकारी सिस्टम
केजरीवाल ने पूर्व सरकार की नीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले पंजाब में उद्योगपतियों को तरक्की की सजा दी जाती थी। "वसूली का सिस्टम था, जहां उद्यमियों को डराया-धमकाया जाता था। लोग डर के माहौल में काम करते थे। पंजाब, जो कभी देश का नंबर 1 राज्य था, भ्रष्टाचार और डर के कारण 18वें स्थान पर पहुंच गया।" उन्होंने कहा कि 'आप' सरकार ने पिछले तीन वर्षों में इस सिस्टम को बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है। अब पंजाब में उद्योगों के लिए एक मित्रवत और क्रांतिकारी सिस्टम लागू किया गया है।
रंगला पंजाब का सपना
पंजाब को फिर से 'रंगला' बनाने का सपना
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि 'आप' सरकार पंजाब को फिर से 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, "पिछली सरकारों ने पंजाब को लूटा, लेकिन अब हमारी सरकार उद्योगपतियों को परेशान करने के बजाय उन्हें प्रोत्साहित कर रही है।" सितंबर 2023 में उद्योगपतियों के साथ हुई बैठकों के बाद 24 सेक्टरल कमेटियों का विचार सामने आया। ये कमेटियां हर औद्योगिक क्षेत्र के लिए नीतियां तैयार करेंगी, जिसमें MSME और बड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों की समान भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
वैश्विक निवेश का केंद्र
पंजाब: वैश्विक निवेश का नया केंद्र
भगवंत मान ने बताया कि मार्च 2022 से अब तक पंजाब को 1.14 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे 4.5 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। जापान, अमेरिका, जर्मनी, यूके, दुबई, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और स्पेन जैसे देश पंजाब में निवेश के लिए उत्सुक हैं। यह सब सरकार की उद्योग-अनुकूल नीतियों, भ्रष्टाचार-मुक्त शासन और अनुकूल निवेश माहौल के कारण संभव हुआ है।
सेक्टरल कमेटियों की भूमिका
सेक्टरल कमेटी: उद्योगपतियों की नई ताकत
सेक्टरल कमेटियों में प्रत्येक क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं, जो नीतियों को तैयार करने और लागू करने की जिम्मेदारी लेंगे। केजरीवाल ने उद्योगपतियों से अपील की कि वे सब्सिडी पर निर्भर नीतियां बनाने के बजाय इज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, "हमें ऐसा सिस्टम बनाना है, जिसमें उद्योग बिना रुकावट के फलें-फूलें। सब्सिडी आधारित मुनाफा स्थायी नहीं होता।" कमेटियों को 2 अक्टूबर तक अपनी नीतियां तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है, जिसके बाद सरकार उन्हें लागू करने में सहयोग करेगी.
नशा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग
पंजाब में नशा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की छवि पर नशा और भ्रष्टाचार सबसे बड़े धब्बे थे। 'आप' सरकार ने नशा विरोधी अभियान शुरू किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा, "पंजाब अब नशा मुक्त होने की राह पर है। हमारा लक्ष्य पंजाब को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाना है, ताकि पंजाबी पूरी दुनिया में राज्य और देश का नाम रोशन करें।"