पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने की अपील
डीजीपी गौरव यादव की बैठक में नशा तस्करी पर चर्चा
डीजीपी गौरव यादव ने नशे के खिलाफ कार्रवाई की समीक्षा की
चंडीगढ़ : पंजाब में नशे की समस्या को समाप्त करने के उद्देश्य से, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों की गिरफ्तारी के बाद उनके संपर्कों की पहचान कर उन पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए।
डीजीपी ने चंडीगढ़ में सभी रेंज के आईजीपी, पुलिस कमिश्नर और सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस के साथ एक बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य नशा रोकने के प्रयासों की प्रगति की समीक्षा करना और राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति का आकलन करना था।
बैठक में अधिकारियों ने साझा की जानकारी
बैठक के दौरान, वरिष्ठ अधिकारियों ने नशा तस्करी, पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद और संगठित अपराध के मुद्दों पर जानकारी साझा की। डीजीपी ने 1 मार्च, 2025 से शुरू की गई नशा विरोधी मुहिम की प्रगति की समीक्षा की और इसे और मजबूत करने के लिए रणनीतिक विचार-विमर्श किया।
उन्होंने एएनटीएफ की सक्रियता और प्रभावी नेतृत्व पर जोर दिया, जिससे पंजाब को नशा मुक्त और सुरक्षित बनाया जा सके।
पुलिस द्वारा जब्त किए गए नशीले पदार्थ
डीजीपी ने बताया कि नशा विरोधी मुहिम के तहत, पंजाब पुलिस ने 1 मार्च, 2025 से अब तक 15,671 एफआईआर दर्ज की हैं और 24,639 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 1020 किलो हेरोइन, 330 किलो अफीम, 21 टन भुक्की, 14 किलो चरस, 377 किलो गांजा, 6.3 किलो आईसीई, 3.3 किलो कोकीन, 31.74 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल और 12.25 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।