पंजाब में बच्चों की जिंदगी बदलने वाला जीवनजोत प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शिता से बच्चों को स्कूल लाने का प्रयास
चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने राज्य की सभी जिला बाल सुरक्षा टीमों की प्रशंसा की है। ये टीमें बाल सुरक्षा और जीवनजोत प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे प्रयासों से सकारात्मक परिणाम दे रही हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार बच्चों को भीख मांगने से मुक्त कराने के लिए अपने प्रयासों को और तेज कर रही है। हाल ही में फरीदकोट में भीख मांग रहे दो बच्चों को रेस्क्यू किया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने बच्चों को रेस्क्यू करने की प्रक्रिया साझा की
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि उन्होंने खुद फरीदकोट फाटक के पास इन बच्चों को देखा और तुरंत जिला बाल सुरक्षा टीम को सूचित किया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चों को रेस्क्यू किया और उन्हें जिला बाल कल्याण कमेटी के समक्ष पेश किया। जांच के बाद, उन्हें अस्थायी रूप से बाल गृह में सुरक्षित स्थान दिया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि पंजाब में कोई बच्चा सड़कों पर भीख मांगता न दिखाई दे। सरकार जीवनजोत प्रोजेक्ट के माध्यम से भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा का आश्वासन
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि बाल भिक्षावृत्ति न केवल एक सामाजिक समस्या है, बल्कि यह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन भी है। उन्होंने माता-पिता और बच्चों को भीख मंगवाने वाले गिरोहों को चेतावनी दी कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राज्य के नागरिकों से अपील की कि यदि वे किसी बच्चे को भीख मांगते देखें, तो उन्हें भिक्षा देने के बजाय चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचित करें, ताकि इस सामाजिक बुराई को समाप्त किया जा सके।