पंजाब में बाढ़ राहत अभियान: मुख्यमंत्री भगवंत मान की पहल से गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
पंजाब बाढ़ राहत अभियान की सफलता
पंजाब बाढ़ राहत अभियान: हाल ही में पंजाब में आई बाढ़ ने स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने तेजी से राहत और स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में कदम उठाए हैं। सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब नेतृत्व जिम्मेदारी से कार्य करता है, तो राहत केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह सीधे लोगों के दरवाजे तक पहुंचती है। स्वास्थ्य विभाग की 15 सितंबर 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, मान सरकार ने न केवल सहायता प्रदान की, बल्कि जनता का विश्वास भी मजबूत किया है। बाढ़ के बाद शुरू किया गया यह विशेष स्वास्थ्य अभियान अब गांवों में नई आशा का संचार कर रहा है।
विशेष स्वास्थ्य अभियान का विस्तार
गांवों में विशेष स्वास्थ्य अभियान का संचालन
राज्य सरकार ने 2303 बाढ़ प्रभावित गांवों में एक व्यापक स्वास्थ्य अभियान चलाया है। इनमें से 2016 गांवों में हेल्थ कैंप स्थापित किए जा चुके हैं, जहां 51,612 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें मौके पर ही दवाइयां और उपचार प्रदान किया गया। ये लोग बाढ़ के बाद असहाय स्थिति में थे, लेकिन अब वे राहत महसूस कर रहे हैं और सरकार के प्रति विश्वास जता रहे हैं। अब तक 1,929 गांवों में आशा वर्कर्स ने 1,32,322 परिवारों की घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच की है और आवश्यक मेडिकल किट्स और दवाइयां वितरित की गई हैं.
मेडिकल किट्स में शामिल सामग्री
इन मेडिकल किट्स में शामिल हैं:
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ORS घोल
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पैरासिटामोल टैबलेट्स
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डेटॉल, बैंड-एड, एंटीसेप्टिक क्रीम
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अन्य आवश्यक दवाएं
लोगों का कहना है कि यह पहली बार है जब सरकार बिना बुलाए उनके दरवाजे पर मदद लेकर पहुंची है। बाढ़ के बाद जलभराव से मच्छरों और बीमारियों का खतरा बढ़ गया था, जिसके चलते सरकार ने त्वरित कार्रवाई की। 1,861 गांवों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों की जांच की गई, 1,08,770 घरों की स्क्रीनिंग की गई, और 2,163 घरों में लार्वा मिलने पर कार्रवाई की गई। इसके अलावा, 23,630 घरों में लार्वीसाइड का छिड़काव और 878 गांवों में फॉगिंग अभियान चलाया गया। फॉगिंग की गति इतनी तेज थी कि एक ही दिन में कई गांवों को कवर किया गया। सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी क्षेत्र राहत अभियान से अछूता न रहे.
सरकार की सक्रियता और जनता का विश्वास
ये आंकड़े केवल सरकारी कार्यों के दस्तावेज नहीं हैं, बल्कि एक नई सोच का प्रतीक हैं। जब हर मंत्री, विधायक, अधिकारी और कर्मचारी खुद मैदान में उतरते हैं, जब उनके पास आधुनिक संसाधन और तकनीक होती है, और जब उनकी मंशा स्पष्ट होती है, तो बदलाव केवल एक वादा नहीं, बल्कि वास्तविकता बन जाता है। यह सरकार नहीं, बल्कि जनता की सेवा है। हेल्थ मिशन अब पंजाब के गांवों में केवल दवाइयां नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी पहुंचा रहा है। सरकार अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटती, बल्कि आगे बढ़कर जनता के साथ खड़ी रहती है। मान सरकार का यह हेल्थ मिशन अब केवल सरकारी पहल नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का प्रतीक बन चुका है, जैसा कि पंजाब की जनता कह रही है।