पंजाब में बाढ़ राहत पर केंद्र की सहायता अपर्याप्त: आम आदमी पार्टी
केंद्र सरकार की सहायता पर सवाल उठाते हुए
केंद्र की सहायता पर उठे सवाल
चंडीगढ़: पंजाब में हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर केंद्र सरकार ने 1600 करोड़ रुपये की सहायता देने का निर्णय लिया है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के दौरे के दौरान की। इस वर्ष पंजाब में 1988 के बाद सबसे गंभीर बाढ़ आई है। पहले कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने पंजाब का दौरा किया, उसके बाद पीएम मोदी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और गुरदासपुर में एक बैठक की। इस बैठक में उन्होंने 1600 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की।
अरोड़ा की निराशा
आम आदमी पार्टी के नेता अमन अरोड़ा ने पीएम मोदी द्वारा घोषित राहत पैकेज पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने इसे पंजाब के साथ एक घटिया मजाक करार दिया। अरोड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पंजाबियों को कोई ठोस राहत देने के बजाय मजाक किया है।
पंजाब सरकार की मांग
अमन अरोड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार ने केंद्र से 60 हजार करोड़ रुपये के रोके गए फंड और बाढ़ राहत के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र की पंजाबियों की दुर्दशा के प्रति अनदेखी को दर्शाता है। अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ ने पंजाब की कृषि को बुरी तरह प्रभावित किया है, और किसानों के पास दोबारा बुआई का कोई अवसर नहीं है।
कृषि पर प्रभाव
पंजाब में कुल 4.80 लाख एकड़ कृषि भूमि प्रभावित हुई है, जिसमें सबसे अधिक नुकसान झोने की फसल को हुआ है, जो 3.71 लाख एकड़ से अधिक है।