पंजाब में बारिश और बाढ़ का कहर: पठानकोट में स्थिति गंभीर
दिल्ली-कटड़ा रेल पुल पर खतरा
पंजाब मौसम अपडेट, पठानकोट: हाल ही में हुई बारिश और बाढ़ ने पंजाब में स्थिति को गंभीर बना दिया है। पहाड़ों से छोड़े जा रहे पानी के कारण कई जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। पठानकोट में चक्की खड्ड और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे हजारों एकड़ भूमि और गांव जलमग्न हो गए हैं।
चक्की खड्ड पर स्थित दिल्ली-कटड़ा रेल पुल खतरे में है। रेलवे विभाग ने पुल पर ट्रेनें 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, पठानकोट-जालंधर और जम्मू नेशनल हाईवे को भी बंद कर दिया गया है। पुल की एक साइड तेज बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे आवाजाही अगले आदेश तक रोक दी गई है।
रणजीत सागर डैम से पानी छोड़े जाने की संभावना
रणजीत सागर डैम से किसी भी समय छोड़ा जा सकता है पानी
पहाड़ों से हो रही तेज बारिश के कारण रणजीत सागर डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है। डैम प्रशासन फ्लड गेट खोलने पर विचार कर रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्र जलमग्न हो सकते हैं। डैम के एक्सईन गगनदीप ने बताया कि झील का जलस्तर 526 मीटर तक पहुँच गया है और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक चल रही है। डैम का अधिकतम जलस्तर 527.91 मीटर है।
इसलिए, डैम प्रशासन सतर्क है और कभी भी फ्लड गेट खोले जा सकते हैं। आसपास के गांवों के निवासियों को भी अलर्ट किया जा रहा है। बॉर्डर क्षेत्र के मंत्री लाल चंद ने स्थिति का जायजा लिया है।
बॉर्डर क्षेत्र में बाढ़ से भारी नुकसान
बॉर्डर एरिया में बाढ़ से हुआ ज्यादा नुकसान
पठानकोट के बॉर्डर क्षेत्र में उज्ज दरिया और जलालिया दरिया के उफान के कारण गांव मंगवाल को जोड़ने वाली सड़क टूट गई है। कंडी क्षेत्र में धार कलां के पास फर्शी खड्ड में बाढ़ आ गई है। पठानकोट के गांव कोठे मनवाल और खानपुर के बीच बहने वाली खड्ड के तेज बहाव में एक दो मंजिला घर ढह गया है।
पठानकोट में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। एयरपोर्ट जाने वाला रास्ता चक्की कटाव से पूरी तरह ध्वस्त हो गया है, और साथ लगती सैन्य दीवार को भी नुकसान पहुँचा है।