पंजाब में विशेष पौधरोपण अभियान की शुरुआत
पौधारोपण और देखभाल पर जोर
पौधों की देखभाल आवश्यक है
चंडीगढ़। पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, भूमिगत जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक ने बताया कि राज्य में पौधारोपण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने सेक्टर-68 में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
अभियान की शुरुआत 1 जुलाई से
मंत्री ने पौधों की देखभाल और रखरखाव पर जोर दिया। इस बैठक में बताया गया कि विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग 60 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधारोपण अभियान 1 जुलाई से शुरू होगा। इसके अलावा, 382 नानक बगीचियां और 52 पवित्र वन भी स्थापित किए जाएंगे। 331 हेक्टेयर संस्थागत क्षेत्रों में भी पौधे लगाए जाएंगे। मंत्री को बताया गया कि राज्य में 13.66 लाख ट्यूबवेलों में से लगभग 94% पर पौधे लगाए जा चुके हैं।
चंडीगढ़-फगवाड़ा मार्ग पर पौधरोपण की सराहना
मंत्री ने चंडीगढ़-फगवाड़ा मार्ग पर किए गए पौधरोपण कार्य की प्रशंसा की और अधिकारियों को लुधियाना-चंडीगढ़ मार्ग पर भी इसी तरह के प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां पौधे मुरझा गए हैं, उन्हें हटाकर नए पौधे लगाए जाएं। मंत्री ने सभी विभागीय परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए भी निर्देश दिए और पौधारोपण में लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।
प्रदेश सरकार का 3.5 करोड़ पौधों का लक्ष्य
श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर, विभाग इस वर्ष 3.5 करोड़ फलदार वृक्ष लगाने की योजना बना रहा है। मंत्री ने कहा कि इस प्रयास से राज्य में वन क्षेत्र बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, पठानकोट जिले के धार ब्लाक में एक गेस्ट हाउस और हरीके में एक नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर भी बनाया जाएगा। ढोलबाहा में भी विकास केंद्रित गतिविधियों की योजनाएं बनाई जा रही हैं।