पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता की मांग: पंचकूला और अंबाला के कॉलेजों का मामला
शिवालिक विकास मंच के विजय बंसल ने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नायब सैनी को ज्ञापन भेजकर पंचकूला और अंबाला के कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता दिलाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि पहले भी हरियाणा के कई कॉलेज इस यूनिवर्सिटी से जुड़े थे, लेकिन अब यह व्यवस्था समाप्त हो गई है। बंसल का कहना है कि इससे छात्रों को उच्च शिक्षा में बेहतर अवसर मिलेंगे। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
Nov 17, 2025, 18:21 IST
पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता की मांग
चंडीगढ़ समाचार: शिवालिक विकास मंच के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व कांग्रेस सचिव विजय बंसल ने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नायब सैनी को ज्ञापन भेजकर जिला पंचकूला और अंबाला के सभी कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता दिलाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को फरीदाबाद में होने वाली नॉर्दर्न जोनल काउंसिल की बैठक में इस मुद्दे को उठाने का अनुरोध किया है।
बंसल ने कहा कि 1 नवंबर 1976 तक हरियाणा के कई कॉलेज पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े थे, लेकिन बाद में यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई। उन्होंने 2008 में भी इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था।
उन्होंने यह भी बताया कि पंचकूला राजकीय कॉलेज में एलएलबी की कक्षाएं शुरू करने की मांग भी की गई थी, जो अब तक पूरी नहीं हुई है।
बंसल ने कहा कि हरियाणा का चंडीगढ़ में बराबर का हिस्सा है और पहले के कॉलेजों को दोबारा यूनिवर्सिटी से जोड़ना गलत नहीं है। यह जिला पंचकूला और अंबाला के युवाओं के उच्च शिक्षा के अधिकार का मामला है।
पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा की हिस्सेदारी से छात्रों को बेहतर प्रतिस्पर्धा का अवसर मिलेगा। हालांकि, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी भी अच्छी है, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक पहचान है।
बंसल ने बताया कि पहले पंजाब यूनिवर्सिटी में 92% हिस्सा केंद्र सरकार का था, जबकि हरियाणा और पंजाब का 4% था। लेकिन विवाद के बाद हरियाणा ने अपना हिस्सा हटा लिया।
यदि हरियाणा को हिस्सेदारी मिलती है, तो मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को सीनेट की सदस्यता मिल सकती है, जिससे विश्वविद्यालय के निर्णयों पर प्रभाव पड़ेगा।
पंचकूला के कई छात्र उच्च शिक्षा के लिए कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी पर निर्भर हैं, जो कि 120 किलोमीटर दूर है।
बंसल ने कहा कि अब पंचकूला और अंबाला की जनसंख्या बढ़ गई है और यहां कोई विश्वविद्यालय नहीं है। छात्रों को मजबूरन कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना पड़ता है।
पंजाब यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना छात्रों के लिए कठिन है, क्योंकि वहां चंडीगढ़ के छात्रों के लिए 85% आरक्षण है।
इस कारण से, पंचकूला के छात्र चंडीगढ़ के स्कूलों का रुख करते हैं, जिससे स्थानीय स्कूलों में छात्रों की संख्या कम हो रही है।
बंसल ने कहा कि अब नायब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं और चंडीगढ़ हरियाणा की राजधानी है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार कॉलेजों को पंजाब यूनिवर्सिटी से मान्यता मिलेगी।