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पंजाब सरकार की मुफ्त बिजली योजना से 90% परिवारों को मिली राहत

पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की योजना लागू की है। इस योजना के तहत गर्मियों में 90% परिवारों का बिजली बिल शून्य हो गया है। सरकार ने किसानों के लिए भी मुफ्त बिजली की व्यवस्था की है और 2027 तक 80% कृषि मोटरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने की योजना बनाई है। इस पहल से लोगों का मान सरकार पर विश्वास बढ़ा है।
 

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की पहल

चंडीगढ़: पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। गर्मियों में भी इस योजना के तहत 90 प्रतिशत घरों का बिजली बिल शून्य हो गया है। चूंकि पंजाब में बिजली का बिल हर दो महीने में आता है, इसलिए हर दो महीने में 600 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही है। मुख्यमंत्री मान ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही घोषणा की थी कि हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। इस योजना को 1 जुलाई 2022 से लागू किया गया था।


मान सरकार इस योजना को निरंतर बनाए रखने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के लिए इस वित्तीय वर्ष में 7,614 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इस सुविधा के कारण लोगों का मान सरकार पर विश्वास बढ़ा है।


सरकार ने किसानों के लिए भी मुफ्त बिजली की व्यवस्था की है। पंजाब सरकार धीरे-धीरे इस योजना के तहत किसानों को जोड़ने का कार्य कर रही है। योजना के अनुसार, 2027 तक 80 प्रतिशत कृषि मोटरों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा। इससे किसान अपनी मोटरों को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग कर सकेंगे।


पंजाब सरकार ने गोइंदवाल साहिब के निजी थर्मल प्लांट को जनता को समर्पित कर एक नया इतिहास रचा है। इसके अलावा, झारखंड के पंचुवाड़ा में एक बंद कोयला खदान को फिर से शुरू किया गया है, जो कई दशकों से बंद थी।


पंचुवाड़ा कोयला खदान राज्य को आवंटित की गई थी, लेकिन यह 2015 से बंद थी। पूर्व सरकारों ने कोयला आपूर्ति बहाल करने पर ध्यान नहीं दिया। मुफ्त बिजली योजना का बाजार पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। अब लोग गर्मियों में बिजली का बिल भरने की चिंता किए बिना पंखे और कूलर का आनंद ले सकते हैं। पंजाब के बिजली बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है, और इस क्षेत्र में कार्यबल के विस्तार पर भी ध्यान दिया जा रहा है.