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पटना के उदयगिरी अपार्टमेंट में गोपाल खेमका हत्या मामले में गिरफ्तारी से मचा हड़कंप

पटना के उदयगिरी अपार्टमेंट का फ्लैट नंबर 601 एक बार फिर चर्चा में है, जब गोपाल खेमका हत्या मामले में मास्टरमाइंड अशोक गुप्ता की गिरफ्तारी हुई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। सोसायटी के लोग हैरान हैं, क्योंकि अशोक गुप्ता को एक सामान्य व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। अब सोसायटी ने नए किरायेदारों के लिए पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। जानें इस मामले की पूरी कहानी।
 

गोपाल खेमका हत्या मामला: उदयगिरी अपार्टमेंट की चर्चा

गोपाल खेमका हत्या मामला: पटना के प्रतिष्ठित उदयगिरी अपार्टमेंट का फ्लैट नंबर 601 एक बार फिर सुर्खियों में है। कोतवाली थाना के निकट स्थित इस वीआईपी अपार्टमेंट के बी ब्लॉक से सोमवार को चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका के हत्याकांड के मास्टरमाइंड अशोक कुमार गुप्ता उर्फ अशोक शाह सहित तीन व्यक्तियों की गिरफ्तारी ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है।


फ्लैट नंबर 601 का इतिहास

उदयगिरी अपार्टमेंट में कुल 80 फ्लैट हैं, जिनमें बी ब्लॉक का 601 नंबर फ्लैट पहले भी विवादों में रह चुका है। नब्बे के दशक का कुख्यात अपराधी अशोक सम्राट भी इसी फ्लैट में निवास करता था। अब लगभग तीन दशकों बाद यह फ्लैट फिर से आपराधिक गतिविधियों के कारण चर्चा का विषय बन गया है।


अशोक गुप्ता: एक सामान्य चेहरा, छिपा हुआ अपराधी

गिरफ्तार अशोक गुप्ता की उम्र लगभग 70 वर्ष है। वह बिहार शरीफ, नालंदा का निवासी है। पहले वह लोहा का व्यापार करता था, लेकिन हाल के वर्षों में स्क्रैप और रियल एस्टेट में सक्रिय था। अशोक गुप्ता पिछले दो वर्षों से इस फ्लैट में किरायेदार के रूप में रह रहा था, जबकि फ्लैट के मालिक के.के. झुनझुनवाला मुंबई में रहते हैं। अशोक की पत्नी का निधन हो चुका है, और उसकी बेटी तथा दामाद फतुहा में रहते हैं।


सोसायटी के लोग हैरान

फ्लैट नंबर 601 को लेकर सोसायटी में कभी कोई शिकायत नहीं आई थी। अशोक गुप्ता को हमेशा एक सामान्य और शांत व्यक्ति के रूप में देखा गया। अचानक हुई पुलिस की छापेमारी और गिरफ्तारी ने अपार्टमेंट के निवासियों को चौंका दिया है। सोसायटी के लोगों ने बताया कि यह फ्लैट अक्सर किराए पर रहता है, इसलिए निवासियों से ज्यादा मेलजोल नहीं हो पाता था।


किरायेदारों के लिए पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य

गोपाल खेमका हत्या मामले में इस फ्लैट से हुई गिरफ्तारी के बाद अब अपार्टमेंट की सोसायटी ने सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। अब से जो भी नया किरायेदार फ्लैट लेगा, उसका पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। सोसायटी ने एक नियमावली बनाने का निर्णय लिया है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।