पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का खुलासा: यूट्यूबर्स की भूमिका
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसमें यूट्यूबर्स की संलिप्तता सामने आई है। नासिर ढिल्लों, एक पूर्व पाकिस्तानी पुलिसकर्मी, भारतीय यूट्यूबर्स को आईएसआई एजेंटों से मिलवाने का काम कर रहा था। इस खुलासे से यह स्पष्ट होता है कि कैसे सोशल मीडिया का उपयोग जासूसी और दुष्प्रचार के लिए किया जा रहा है। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है।
Jun 7, 2025, 16:08 IST
पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का नया खुलासा
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने यह उजागर किया है कि पाकिस्तान ने यूट्यूबर्स के माध्यम से भारत में जासूसी का एक जाल बिछाया है। इस जासूसी नेटवर्क से जुड़ा एक और बड़ा खुलासा सामने आया है, जिसमें एक पाकिस्तानी एजेंट शामिल है, जिसका कोडनेम 'मैडम एन' है। नासिर ढिल्लों, जो कि पाकिस्तान के पंजाब पुलिस का पूर्व सब-इंस्पेक्टर और वर्तमान यूट्यूबर है, भारत में जासूसी गिरोह का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। वह खालिस्तानी प्रचार को बढ़ावा देने के लिए जांच के दायरे में आया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि सैकड़ों पूर्व पाकिस्तानी पुलिसकर्मी इस रैकेट में शामिल हो सकते हैं। जसबीर की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, क्योंकि उसने खुलासा किया कि नासिर ढिल्लों ने उसे आईएसआई एजेंट से मिलवाया था और लाहौर में उसकी मुलाकात तय की थी।
नासिर ढिल्लों का यूट्यूबर्स से संपर्क
ज्योति मल्होत्रा के साथ पॉडकास्ट किया
नासिर ढिल्लों ने कई भारतीय यूट्यूबर्स के साथ संपर्क बनाए रखा और उन्हें आईएसआई एजेंटों से मिलवाने का कार्य किया। वह ज्योति मल्होत्रा के साथ भी संपर्क में था, जिसके साथ उसने पॉडकास्ट भी किया। जांच के अनुसार, ढिल्लों ने भारतीय यूट्यूबर्स को आईएसआई के गुर्गों से मिलवाने के बाद उन्हें जासूसी के कार्य सौंपे। इसके अलावा, नासिर ढिल्लों का एक अन्य व्यक्ति, दानिश के साथ संबंध भी इस जासूसी नेटवर्क के दायरे को और बढ़ाता है। यह खुलासा दर्शाता है कि कैसे ढिल्लों जैसे पूर्व पाकिस्तानी पुलिसकर्मियों का उपयोग सोशल मीडिया और गुप्त अभियानों के माध्यम से आईएसआई के प्रभाव को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
यूट्यूब चैनल का दुरुपयोग
दुष्प्रचार फैलाने के लिए यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल किया
सूत्रों के अनुसार, ढिल्लों अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग भारत विरोधी दुष्प्रचार फैलाने और पंजाब में सांप्रदायिक तनाव को भड़काने के लिए कर रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निर्देश पर काम करते हुए, ढिल्लों की सामग्री भारतीय राज्य और उसके संस्थानों, विशेषकर पंजाब पुलिस को निशाना बनाती है। उसने पंजाब के कोटकपूरा क्षेत्र में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अशांति फैलाने वाले कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए हैं। इन वीडियो में, वह पंजाब पुलिस के सिख कर्मियों को सीधे संबोधित करते हुए उनसे अपनी वर्दी छोड़ने और सामुदायिक न्याय के नाम पर हिंसक प्रतिक्रिया करने का आग्रह करता है।