पाकिस्तान में आतंकवाद का नया हमला: खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों पर गोलीबारी
खैबर पख्तूनख्वा में आतंक का फिर से सिर उठाना
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक बार फिर आतंकवाद का खतरा बढ़ गया है। बुधवार को करक जिले के अमन कोट तोई क्षेत्र में अज्ञात बंदूकधारियों ने अर्धसैनिक बल 'फ्रंटियर कांस्टेबुलरी' (एफसी) के एक वाहन पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में एफसी के चार जवानों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया और हमलावरों की खोज के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
हमला पूर्व नियोजित था
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह हमला पूरी तरह से पूर्व नियोजित था। हमलावरों ने सुरक्षाबलों को घात लगाकर निशाना बनाया। हालांकि, अब तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा की है और सुरक्षाबलों को निर्देश दिया है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
सुरक्षा बलों पर लगातार हमले
यह पहली बार नहीं है जब खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षाबलों को इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ा है। हाल ही में, बन्नू जिले में भी अज्ञात हमलावरों ने फ्रंटियर कॉर्प्स के वाहन पर हमला किया था, जिसमें एक जवान की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हुआ। यह क्षेत्र उत्तर वजीरिस्तान के निकट है, जहां आतंकवादी गतिविधियों की संभावना अधिक रहती है।
बलूचिस्तान में भी हिंसा
सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए, बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में भी हाल ही में हिंसक घटनाएं हुई हैं। यहां बंदूकधारियों ने पहले एक पुलिस थाने पर हमला किया और फिर दो बैंकों को आग के हवाले कर दिया। इस हमले में एक बच्चे की जान चली गई और कम से कम 9 अन्य लोग घायल हुए। इन घटनाओं ने पाकिस्तान में आंतरिक सुरक्षा की गंभीर स्थिति को एक बार फिर उजागर किया है।
बढ़ती हिंसा पर चिंता
लगातार हो रहे हमलों से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान के कई हिस्सों में आतंकवादी और अराजक तत्व सुरक्षा बलों को चुनौती दे रहे हैं। चाहे खैबर पख्तूनख्वा हो या बलूचिस्तान, दोनों क्षेत्रों में हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और खुफिया तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे हमलों को रोका जा सके।