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पानीपत में 14 वर्षीय किशोरी का अपहरण: पड़ोसी दंपती ने बेचने की कोशिश की

पानीपत में एक 14 वर्षीय किशोरी का अपहरण कर पड़ोसी दंपती ने उसे बेचने की कोशिश की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दंपती को गिरफ्तार किया और किशोरी को सुरक्षित बचा लिया। यह घटना बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

पानीपत में किशोरी अपहरण की घटना

पानीपत में एक 14 वर्षीय किशोरी के अपहरण की घटना ने स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा दिया है। गांजबड़ गांव में एक पड़ोसी दंपती ने किशोरी का अपहरण कर उसे बेचने का प्रयास किया।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दंपती को रिफाइनरी गोल चक्कर के पास पकड़ लिया और किशोरी को सुरक्षित बचा लिया। आरोपी जानू झा और शिवानी झा ने पैसे कमाने के लिए यह घिनौना अपराध किया। यह मामला बच्चों की सुरक्षा और पड़ोसियों पर भरोसे को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है।


अपहरण की योजना

24 जून को, जानू झा और उसकी पत्नी शिवानी ने पड़ोस की किशोरी को अपने घर बुलाकर उसका अपहरण किया। शिवानी ने पहले किशोरी से दोस्ती की और फिर जानू ने ठेकेदार से बाइक मांगकर उसे दवा दिलाने का बहाना बनाया।


दंपती की गिरफ्तारी

किशोरी को बाइक पर ले जाकर, दंपती चार दिन तक उसे बेचने के लिए शहर में घूमते रहे। एक संभावित खरीदार ने किशोरी की कम उम्र के कारण उसे खरीदने से मना कर दिया। इस दौरान, दंपती पुलिस से बचते रहे।


पुलिस की सक्रियता

किशोरी की मां की शिकायत पर, सदर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। एसपी भूपेंद्र सिंह ने तीन टीमें बनाकर शहर में खोजबीन शुरू की। पुलिस ने जानू के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकाली, जिससे शिवानी के भाई का नंबर मिला।


सुरक्षित बचाव

पूछताछ के दौरान पता चला कि दंपती आसन कलां में छिपे हुए थे। शनिवार शाम को पुलिस ने रिफाइनरी गोल चक्कर के पास उन्हें गिरफ्तार किया और किशोरी को सुरक्षित उनके परिवार को सौंप दिया। शिवानी को शनिवार और जानू को रविवार को जेल भेज दिया गया।


बच्चों की सुरक्षा पर चिंताएं

इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। आरोपी दंपती ने किशोरी को 50 हजार रुपये में बेचने की कोशिश की। पुलिस प्रभारी सुरेश कुमार ने बताया कि दंपती ने पैसों के लालच में यह अपराध किया।


समाज की जागरूकता

यह घटना समाज को यह चेतावनी देती है कि पड़ोसियों पर अंधा भरोसा खतरनाक हो सकता है। लोग अब बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।