पानीपत में फायरिंग और रंगदारी का मामला: 72 घंटे में आरोपी गिरफ्तार
पुलिस का ऑपरेशन टैक डाउन
पानीपत में अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देश पर 5 से 20 नवंबर तक “ऑपरेशन टैक डाउन” चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में पानीपत पुलिस ने अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की है।
40 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी
इस अभियान के दौरान, जिला पुलिस ने गंभीर मामलों में 40 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसी क्रम में, पानीपत एएनसी पुलिस ने बिहौली गांव में हुई फायरिंग और रंगदारी मांगने की घटना का 72 घंटे के भीतर खुलासा किया और आरोपी को बुधवार शाम सोनीपत के बहालगढ़ रोड से पकड़ा। आरोपी की पहचान विकास नगर निवासी मोहित के रूप में हुई है।
फायरिंग के बाद आरोपी फरार
पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बिहौली गांव के प्रदीप ने पुलिस को बताया कि वह 2019 में अमेरिका गया था और हाल ही में वापस आया है। 16 नवंबर की रात, तीन युवक बाइक पर आए और घर के गेट पर फायरिंग कर दी। इसके बाद, सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
धमकी भरी वॉयस रिकॉर्डिंग
इस घटना के बाद, प्रदीप के अमेरिका वाले नंबर पर एक धमकी भरी वॉयस रिकॉर्डिंग आई, जिसमें पैसे की मांग की गई। प्रदीप की शिकायत पर थाना बापौली में मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की।
सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एएनसी की टीम ने गांव में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की और सभी स्रोतों को सक्रिय किया। बुधवार को मिली सूचना पर, पुलिस ने मोहित को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ वारदात में शामिल होने की बात स्वीकार की।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
मोहित का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है, जिसमें चोरी और जानलेवा हमले के मामले शामिल हैं। उसे पहले जेल से बेल पर रिहा किया गया था। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 6 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया।