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पानीपत रेप कांड: ब्लॉक समिति के अध्यक्ष की गिरफ्तारी और आत्महत्या का मामला

पानीपत में एक गंभीर रेप कांड ने समाज में हड़कंप मचा दिया है। बापौली ब्लॉक समिति के अध्यक्ष जॉनी पर एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप है। महिला ने शर्मिंदगी के चलते आत्महत्या कर ली। इस घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
 

पानीपत रेप कांड: ब्लॉक समिति के अध्यक्ष की गिरफ्तारी

पानीपत रेप कांड: ब्लॉक समिति के अध्यक्ष की गिरफ्तारी, ब्लैकमेलिंग के चलते आत्महत्या: पानीपत में एक रेप कांड ने हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने बापौली ब्लॉक समिति के चेयरमैन जॉनी को गिरफ्तार किया है। उस पर एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ बलात्कार, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग और पैसे मांगने का आरोप है।


महिला ने 19 मई 2025 को शर्मिंदगी के कारण आत्महत्या कर ली, जब उसका वीडियो वायरल हुआ। यह मामला महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। आइए, इस दुखद घटना की पूरी जानकारी प्राप्त करें।


रेप और ब्लैकमेलिंग का घिनौना खेल

यह घटना बापौली थाना क्षेत्र में हुई। चेयरमैन जॉनी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बहला-फुसलाकर उसके साथ बलात्कार किया। उसने अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और पैसे वसूलता रहा। महिला के पति ने पुलिस को बताया कि जॉनी ने उनकी पत्नी को अश्लील संदेश भेजे और गंदे व्यवहार किए। पति ने जॉनी को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना।


जॉनी ने वीडियो को अपने साथी मोहित उर्फ चिंटू और गांव के अन्य युवकों में वायरल कर दिया, जिससे महिला की मानसिक स्थिति बिगड़ गई।


आत्महत्या और पुलिस कार्रवाई

महिला ने 19 मई 2025 को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। इलाज के दौरान 21 मई को उसकी मृत्यु हो गई। महिला के पति की शिकायत पर पुलिस ने जॉनी और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया।


28 जून 2025 को जॉनी को गिरफ्तार किया गया और उसे तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। यह घटना स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर रही है और समाज में नैतिकता पर सवाल उठा रही है।


समाज और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल

पानीपत रेप कांड ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा की है। एक जिम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति ऐसी घृणित हरकत करे, यह समाज के लिए शर्मनाक है। पुलिस से अपील है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।


लोगों को भी ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। यह मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए और क्या कदम उठाने चाहिए।