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पीएम मोदी की घाना यात्रा: भारत-घाना संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 देशों की यात्रा की शुरुआत की है, जिसमें घाना भी शामिल है। यह यात्रा भारत और घाना के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी की घाना यात्रा का उद्देश्य आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना और तकनीकी साझेदारी को मजबूत करना है। जानें इस यात्रा से भारत को क्या लाभ हो सकता है और पीएम मोदी ने रवानगी से पहले क्या कहा।
 

पीएम मोदी का विदेश दौरा

पीएम मोदी घाना यात्रा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 6 देशों की 5 दिवसीय यात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा में वह अर्जेंटीना, त्रिनिदाद और टोबैगो, नामीबिया, ब्राजील और घाना का दौरा करेंगे। यह यात्रा भारत के लिए ग्लोबल साउथ के साथ संबंधों को मजबूत करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी की यात्रा का आरंभ घाना से होगा। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी का घाना दौरा क्यों महत्वपूर्ण है और इससे भारत को क्या लाभ हो सकता है।


भारत और घाना के बीच व्यापारिक संबंध

पीएम मोदी 2 जुलाई 2025 को घाना की राजधानी अक्रा पहुंचेंगे। यह भारत के किसी प्रधानमंत्री की घाना की पहली यात्रा होगी पिछले 30 वर्षों में। घाना से भारत में सोने की लगभग 70 प्रतिशत जरूरतें पूरी होती हैं। इसके अलावा, घाना भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, जहां द्विपक्षीय व्यापार 3.13 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है। इस दौरे के बाद व्यापार में वृद्धि की उम्मीद है। घाना पश्चिम अफ्रीका का एक तेजी से विकसित हो रहा देश है।


पीएम मोदी की यात्रा के उद्देश्य

पीएम मोदी की घाना यात्रा के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं, जिनमें आर्थिक, व्यापारिक, विकास परियोजनाओं में सहयोग, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों को मजबूत करना शामिल है। इस यात्रा का मुख्य लक्ष्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी को बढ़ावा देना है। घाना में कई भारतीय कंपनियां पहले से ही सक्रिय हैं, जो IT, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और निर्माण क्षेत्रों में काम कर रही हैं। पीएम मोदी की यात्रा से स्टार्टअप्स, डिजिटल तकनीक और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के लिए नए अवसर खुलने की संभावना है।


रवानगी से पहले पीएम मोदी का बयान

घाना जाने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि वह 2 से 9 जुलाई तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर जा रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति जॉन ड्रमानी महामा के निमंत्रण पर 2 और 3 जुलाई को घाना का दौरा करने की जानकारी दी। इसके बाद वह 3 और 4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो में रहेंगे, जो भारत के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों से जुड़ा है।