पीयूष गोयल ने आसियान-भारत व्यापार समझौते की समीक्षा पर चर्चा की
मलेशिया के मंत्री के साथ बैठक
नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को मलेशिया के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्री तजफरुल अजीज के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) की समीक्षा पर चर्चा की गई।
बातचीत में तेजी लाने की उम्मीद
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, गोयल ने कहा, "हम आसियान देशों के साथ निष्पक्ष व्यापार और संतुलित विकास सुनिश्चित करने के लिए बातचीत में तेजी लाने की उम्मीद कर रहे हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर भी चर्चा हुई। मलेशिया आर्थिक मामलों में आसियान का भारत का स्थायी समन्वयक है।
प्रधानमंत्री मोदी की मलेशियाई समकक्ष से मुलाकात
इस सप्ताह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स समिट के दौरान मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर बिन इब्राहिम से मुलाकात की। इस दौरान, आसियान-भारत मुक्त व्यापार समझौते की समीक्षा पर भी चर्चा की गई। आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने मलेशिया को आसियान के सफल नेतृत्व के लिए बधाई दी और आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए उसके समर्थन का स्वागत किया।
एआईटीआईजीए का महत्व
आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौता (एआईटीआईजीए) दस आसियान देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) और भारत के बीच एक व्यापार समझौता है। इसका उद्देश्य व्यापार को सुगम बनाना है, जिससे शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को कम किया जा सके। यह समझौता 2009 में हस्ताक्षरित हुआ और 1 जनवरी, 2010 को लागू हुआ।
व्यापार में वृद्धि
एआईटीआईजीए ने भारत और आसियान के बीच व्यापार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 121 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। यह समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसकी समीक्षा से व्यापार और निवेश के अवसरों में और वृद्धि की उम्मीद है।