पुतिन का दावा: ट्रंप होते तो यूक्रेन युद्ध टल सकता था
ट्रंप और पुतिन की महत्वपूर्ण बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 180 मिनट तक बातचीत हुई। इस चर्चा का मुख्य फोकस रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर था। हालांकि, इस बैठक में सीजफायर पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका। दोनों नेताओं ने बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया। पुतिन ने कहा कि यदि 2022 में ट्रंप की सरकार होती, तो यह युद्ध नहीं होता।
पुतिन की चिंताएं और ट्रंप की योजना
पुतिन ने बताया कि उन्होंने 2022 में बाइडेन को समझाने की कोशिश की थी कि इस स्थिति को बढ़ने से रोका जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि ट्रंप के साथ बातचीत करके यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने की संभावना है। पुतिन ने यह भी कहा कि यह जितनी जल्दी हो सके, उतना ही बेहतर होगा। ट्रंप ने कहा कि उनकी अगली बातचीत मॉस्को में होगी।
पुतिन का पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन पर आरोप
पुतिन ने कहा कि 2022 में बाइडेन के साथ उनकी आखिरी मुलाकात के दौरान, उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि युद्ध की स्थिति को उस स्तर तक नहीं पहुंचाना चाहिए, जहां से वापसी संभव न हो। उन्होंने इसे एक बड़ी गलती बताया।
ट्रंप का दावा
व्लादिमीर पुतिन ने फिर से कहा कि यदि ट्रंप 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन में संघर्ष नहीं होता। ट्रंप ने बार-बार यह दावा किया है कि वह रूस-यूक्रेन संघर्ष को टाल सकते थे। यह युद्ध पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल के दौरान शुरू हुआ था। पुतिन ने बाइडेन को समझाने की कोशिश की थी कि स्थिति को उस हद तक न बढ़ाया जाए, जहां सैन्य कार्रवाई के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।