पुलिस शहीद स्मृति दिवस: शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
पुलिस शहीदों की शहादत को किया गया याद
- शहीद जवानों की शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता: एसपी कुलदीप सिंह
जींद। पुलिस लाइन में स्थित शहीद स्मारक पर मंगलवार को उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने 21 अक्टूबर 1959 से लेकर अब तक अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण दिखाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने शहीदों को नमन किया।
कर्तव्यों के प्रति निष्ठा और साहस की प्रेरणा
पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने कहा कि देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों की शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनके बलिदान से हमें अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठा और साहस की प्रेरणा मिलती है। इस कार्यक्रम में जिले के पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और शहीदों के परिजन शामिल हुए। सभी ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कुलदीप सिंह ने बताया कि पिछले एक वर्ष में देशभर में 191 पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने अपने कर्तव्यों के दौरान बलिदान दिया।
पुलिस स्मृति दिवस का महत्व
पुलिस अधीक्षक ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिवस हर साल 21 अक्टूबर को उन 10 वीर पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है, जो 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में चीनी सैनिकों के हमले में शहीद हुए थे। 20 अक्टूबर 1959 को जब तीसरी बटालियन के जवान गश्त पर निकले थे, तो एक टुकड़ी वापस नहीं लौटी। 21 अक्टूबर को खोज दल पर चीनी सेना ने हमला किया, जिसमें 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया
पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित शहीदों के परिवारों को आश्वासन दिया कि पुलिस विभाग हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा। शहीद परिवारों ने गर्व के साथ कहा कि उन्हें अपने बेटों की शहादत पर दुख नहीं, बल्कि गर्व है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाक्षी सिंह, डीएसपी जींद संदीप कुमार, और अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।