प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद दौरा: रामभक्ति और द्विपक्षीय संबंधों की नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो में स्वागत
गुरुवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच देशों के दौरे के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो में कदम रखा। पीयार्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ, जिसमें उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके बाद, प्रधानमंत्री ने कोवा स्थित नेशनल साइक्लिंग वेलोड्रोम में भारतीय मूल के लोगों से संवाद किया।
रामभक्ति का उल्लेख
अपने संबोधन में, पीएम मोदी ने त्रिनिदाद की रामभक्ति का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "मैं प्रभु श्रीराम में आपकी आस्था से भलीभांति परिचित हूं। यहां की रामलीलाएं अद्भुत हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि त्रिनिदाद के लोगों ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पवित्र जल और शिला भेजी थी। पीएम मोदी ने कहा कि वह भी राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू नदी का पवित्र जल यहां लेकर आए हैं, जिसे वह श्रद्धापूर्वक समर्पित करना अपना सौभाग्य मानते हैं।
महाकुंभ का पवित्र जल
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की शुरुआत में आयोजित महाकुंभ का पवित्र जल वे अपने साथ लेकर आए हैं। उन्होंने कमला प्रसाद बिसेसर से अनुरोध किया कि वह संगम और सरयू के पवित्र जल को यहां की "गंगा धारा" में अर्पित करें।
द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती
पीएम मोदी ने कहा, "जब मैं पिछली बार यहां आया था, तब से 25 वर्ष बीत चुके हैं और हमारी दोस्ती और मजबूत हुई है।" उन्होंने त्रिनिदाद की सड़कों और त्योहारों में भारत की छाप को महसूस किया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों के संघर्ष और उनकी विरासत को सलाम किया, यह कहते हुए कि उनके पूर्वज गंगा-यमुना को पीछे छोड़ आए लेकिन अपने दिल में रामायण ले आए।
द्विपक्षीय वार्ता का उद्देश्य
अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान, पीएम मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में द्विपक्षीय व्यापार, संस्कृति, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे विषयों पर चर्चा होगी, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई तक पहुंचाना है।