×

प्रधानमंत्री मोदी ने 1,400 करोड़ रुपए की रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में 1,400 करोड़ रुपए से अधिक की रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण और अन्य महत्वपूर्ण गेज कन्वर्जन शामिल हैं। ये परियोजनाएं उत्तर गुजरात के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगी, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा। जानें इन परियोजनाओं के बारे में और कैसे ये गुजरात की सामाजिक-आर्थिक प्रगति को गति देंगी।
 

महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन

इन परियोजनाओं में 537 करोड़ रुपए की लागत से महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण शामिल है।

गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान 1,400 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। ये परियोजनाएं उत्तर गुजरात के महेसाणा, पाटण, बनासकांठा, गांधीनगर और अहमदाबाद जिलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इन रेलवे परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना, औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करना, लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार करना और रोजगार के अवसर पैदा करना है।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा समर्पित परियोजनाओं में 537 करोड़ रुपए की लागत से महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन (65 किमी) का दोहरीकरण, 347 करोड़ रुपए की लागत से कलोल-कड़ी-कटोसन रोड रेल लाइन (37 किमी) का गेज कन्वर्जन और 520 करोड़ रुपए की लागत से बेचराजी-रणुंज रेल लाइन (40 किमी) का गेज कन्वर्जन शामिल हैं।

ये परियोजनाएं उत्तर गुजरात के महेसाणा, बनासकांठा और पाटण जिलों को ब्रॉडगेज लाइन के माध्यम से सुरक्षित और निर्बाध संपर्क प्रदान करेंगी। इससे यात्रियों, पर्यटकों और व्यवसायों के लिए यात्रा करना आसान और तेज हो जाएगा। इसके अलावा, क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। अतिरिक्त लाइन क्षमता के कारण अहमदाबाद-दिल्ली मार्ग पर तेज गति से ट्रेनों का संचालन संभव होगा, जिससे यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और मालगाड़ियों की गति एवं दक्षता में सुधार होगा। इस प्रकार, ये परियोजनाएं गुजरात की आर्थिक गतिविधियों को नई ऊर्जा प्रदान करेंगी।

बेचराजी-रणुंज रेल लाइन का गेज कन्वर्जन नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी और पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अनुरूप किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य लॉजिस्टिक्स लागत को कम करना और गुजरात की लॉजिस्टिक्स परफॉर्मेंस इंडेक्स रैंकिंग में सुधार लाना है। प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल उत्तर गुजरात की सामाजिक-आर्थिक प्रगति को और गति प्रदान करेगी और भारत के लॉजिस्टिक्स तथा रेलवे क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेगी।