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प्रयागराज में 15 वर्षीय दलित लड़की का अपहरण: धर्मांतरण और आतंकी साजिश का खुलासा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की के अपहरण और जबरन धर्मांतरण की साजिश का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक की तलाश जारी है। यह मामला न केवल धार्मिक कट्टरता को उजागर करता है, बल्कि दलित समुदाय की कमजोरियों को भी निशाना बनाता है। पुलिस की सक्रियता से लड़की को समय पर बचा लिया गया, लेकिन यह घटना सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौतियाँ पेश करती है।
 

प्रयागराज में चौंकाने वाला मामला

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक गंभीर मामला सामने आया है जिसने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। यहां एक 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की के अपहरण, जबरन धर्मांतरण और आतंकी नेटवर्क से जुड़ने की साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक की तलाश जारी है।


अपहरण की घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, यह घटना 8 मई को हुई जब पीड़िता को बहला-फुसलाकर प्रयागराज से केरल ले जाया गया। आरोप है कि एक मुस्लिम महिला दोस्त ने उसे पैसे और बेहतर जीवन का लालच देकर इस्लाम अपनाने के लिए राजी किया। इसके बाद लड़की को केरल पहुंचाकर आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की योजना बनाई गई थी। पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया है।


गिरफ्तारी और फरार आरोपी

दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

प्रयागराज पुलिस के अनुसार, इस साजिश में दो युवक और एक मुस्लिम युवती शामिल हैं। अब तक पीड़िता की महिला दोस्त और एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है, जिसने नाबालिग को प्रयागराज रेलवे स्टेशन तक बाइक से पहुंचाया था.


दिल्ली से केरल की यात्रा

दिल्ली होते हुए केरल पहुंची थी पीड़िता

पुलिस जांच में पता चला है कि पीड़िता और उसकी मुस्लिम महिला दोस्त प्रयागराज से ट्रेन द्वारा दिल्ली पहुंचीं और वहां से केरल के लिए रवाना हुईं। रास्ते में पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की भी पुष्टि हुई है। पीड़िता ने बयान में कहा कि केरल में उसकी मुलाकात कई संदिग्ध व्यक्तियों से हुई थी, जिनका व्यवहार संदेहास्पद था.


डीसीपी का बड़ा खुलासा

डीसीपी का बड़ा खुलासा: आतंकी नेटवर्क से जुड़ा गिरोह सक्रिय

डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि गिरफ्तार महिला एक संगठित गिरोह से जुड़ी है, जो गरीब, दलित और कमजोर तबके की लड़कियों को ब्रेनवॉश कर इस्लाम में धर्मांतरित कराता है और फिर उन्हें आतंकी नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश करता है। पुलिस इस गिरोह की जड़ों की गहराई से जांच कर रही है और अन्य संभावित पीड़ितों का पता लगाने में जुटी है.


सुरक्षा एजेंसियों की चुनौती

यह मामला धार्मिक कट्टरता और आतंकी नेटवर्क के खतरे को उजागर करता है, साथ ही दलित समुदाय की कमजोरियों को निशाना बनाकर हो रही सुनियोजित साजिशों का भी पर्दाफाश करता है। पुलिस की सक्रियता से समय रहते लड़की को बचा लिया गया, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं.