प्रयागराज में मजदूर की हत्या: बकाया मजदूरी मांगने पर ठेकेदारों ने दी जानलेवा सजा
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक मजदूर की हत्या का मामला सामने आया है। 45 वर्षीय राम कैलाश को उसके ठेकेदारों ने बकाया मजदूरी मांगने पर बेरहमी से पीटकर मार डाला। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। राम कैलाश के परिवार में शोक और आक्रोश का माहौल है, क्योंकि वह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। इस घटना ने गांव में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है।
Jul 8, 2025, 11:59 IST
दर्दनाक घटना का विवरण
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक दुखद घटना में एक मेहनती मजदूर को अपनी बकाया मजदूरी मांगने के कारण जान से हाथ धोना पड़ा। ठेकेदार भाइयों ने उसे बेरहमी से पीटकर मार डाला। जैसे ही पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह मामला मऊआइमा थाना क्षेत्र के मझिगवां मजरा जोगीपुर गांव का है, जहां 45 वर्षीय राम कैलाश को उसके साथ काम करने वाले ठेकेदार रोहित और उसके भाई मोहित ने हत्या कर दी। तीन महीने पहले, राम कैलाश ने महाराष्ट्र के नागपुर में पेंटिंग के काम के दौरान छह हजार रुपये की बकाया मजदूरी छोड़ दी थी।28 मई को राम कैलाश की बेटी की शादी थी, जिसके लिए वह घर लौटा था। शादी के बाद भी पैसे का कोई अता-पता नहीं था, जबकि ठेकेदार ने वादा किया था कि शादी के समय बकाया मजदूरी दे दी जाएगी। जब तीन दिन पहले रोहित गांव आया, तो राम कैलाश ने फिर से अपनी मेहनत की कमाई की मांग की। इस पर गुस्साए ठेकेदार ने अपने भाई के साथ मिलकर राम कैलाश पर हमला कर दिया।
घटना के दिन, जब राम कैलाश ने ठेकेदार से पैसे की मांग की, तो दोनों भाइयों ने न केवल गाली-गलौच की, बल्कि लाठी-डंडों से उसकी पिटाई भी शुरू कर दी। राम कैलाश ने घर के भीतर जाकर बचने की कोशिश की, लेकिन दोनों आरोपियों ने उसे बाहर खींच लिया और उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। जब तक गांव के लोग शोर सुनकर पहुंचे, आरोपी मौके से फरार हो चुके थे। पुलिस को सूचना मिलने के बाद एडिशनल डीसीपी पुष्कर वर्मा और एसीपी फूलपुर पंकज लवानिया पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है.
परिवार में शोक और आक्रोश
राम कैलाश के परिवार में इस हत्याकांड को लेकर गहरा शोक है। वह घर का सबसे बड़ा बेटा था और अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए मजदूरी करता था। मृतक की पत्नी इसरावती देवी, माता ननकी देवी और पिता छोटे लाल का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। राम कैलाश के तीन बेटे और तीन बेटियां थीं, जिनमें से एक बेटी की शादी हाल ही में 28 मई को हुई थी।
परिजनों के अनुसार, राम कैलाश का कोई दोष नहीं था। वह केवल अपनी मेहनत की कमाई मांग रहा था, लेकिन इसके बदले उसे जान गंवानी पड़ी। इस घटना से गांव में आक्रोश फैल गया, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है, जिससे ग्रामीण शांत हुए।