प्रयागराज में रिंग रोड परियोजना से बढ़ेगा सर्किल रेट
उत्तर प्रदेश में रिंग रोड का निर्माण
उत्तर प्रदेश समाचार: एक नई रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा, जो 137 गांवों से होकर गुजरेगी। इस एक्सप्रेसवे के आस-पास की भूमि के सर्किल रेट में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की योजना है। यह रिंग रोड प्रयागराज के 137 गांवों से होकर गुजरेगी, और गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे के क्षेत्रों में सर्किल रेट में वृद्धि की जाएगी।
45 गांवों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि
प्रयागराज में एक समिति संपत्ति के सर्किल रेट को बढ़ाने की योजना बना रही है। राजस्व और निबंधन विभाग ने रिंग रोड, प्रयागराज-सिंगरौली हाईवे और गंगा एक्सप्रेस-वे जैसे नए विकसित क्षेत्रों में सर्किल रेट बढ़ाने की सिफारिश की है। रिंग रोड से जुड़े 45 गांवों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। यह सर्वेक्षण राज्य के कई प्रमुख मार्गों और तहसीलों पर चल रहा है।
सर्किल दरों में वृद्धि के लिए गठित समिति वर्तमान में सर्वेक्षण कर रही है। सरकार के राजस्व और निबंधन विभाग के अधिकारियों ने सुझाव दिया है कि नए विकसित क्षेत्रों के सर्किल रेट भी बढ़ाए जाएं। इनमें गंगा एक्सप्रेस-वे, रिंग रोड और प्रयागराज से सिंगरौली हाईवे शामिल हैं।
रिंग रोड परियोजना सदर, करछना, बारा, फूलपुर और सोरांव की पांच तहसीलों से गुजरेगी और 137 गांवों को पार करेगी। परियोजना के पहले और दूसरे चरण तेजी से पूरे हो रहे हैं। पहले चरण में बारा, करछना और फूलपुर के 45 गांवों में 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इन गांवों में सर्किल रेट में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
रिंग रोड के तहत गंगा पर एक नया पुल बनाया जा रहा है, जो झूंसी और नैनी को जोड़ेगा। सोरांव तहसील में गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य भी चल रहा है, जो सोरांव के 20 गांवों से गुजरेगा। इसके अलावा, प्रयागराज से सिंगरौली (मध्य प्रदेश) तक बनाए गए नए हाईवे के गांवों की भूमि और अन्य संपत्तियों के सर्किल रेट में वृद्धि का प्रस्ताव है। सदर तहसील में एयरपोर्ट रोड, गंगा पथ के आसपास और करेली से कौशांबी रोड तथा एयरपोर्ट से कौशांबी रोड की संपत्तियों का सर्किल रेट बढ़ाने के लिए सर्वेक्षण जारी है।