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फतेहपुर में धार्मिक स्थल पर विवाद: हिंदू और मुस्लिम संगठनों के बीच टकराव

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक धार्मिक स्थल को लेकर हिंदू और मुस्लिम संगठनों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। पिछले एक सप्ताह से हिंदू संगठन इस मकबरे को शिव मंदिर बताकर पूजा करने का दावा कर रहे हैं। प्रशासन ने विवाद की स्थिति को देखते हुए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन आज हजारों लोग वहां इकट्ठा हो गए और बैरिकेड तोड़ दिए। जानें इस टकराव की पूरी कहानी और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
 

फतेहपुर में धार्मिक स्थल पर टकराव

फतेहपुर- उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक धार्मिक स्थल को लेकर हिंदू और मुस्लिम संगठनों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। पिछले एक सप्ताह से हिंदू संगठन इस मकबरे को शिव मंदिर बताकर धार्मिक अनुष्ठान करने का दावा कर रहे हैं। विवाद की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने उस क्षेत्र को बैरिकेडिंग से सुरक्षित कर दिया था, लेकिन आज दोनों पक्षों के हजारों लोग वहां इकट्ठा हो गए। भीड़ ने प्रशासन द्वारा लगाई गई बैरिकेड को तोड़ दिया। मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं।


पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अबू नगर मोहल्ले में मकबरे और प्राचीन शिव मंदिर को लेकर दोनों पक्षों ने अपने-अपने दावे किए हैं। एक सप्ताह पहले भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने इस मकबरे को प्राचीन शिव मंदिर बताकर पूजा-अर्चना करने की अपील की थी। प्रशासन ने इस स्थल के आसपास बैरिकेडिंग कर दी थी और एक दर्जन थानों की पुलिस तैनात की गई थी। इस बीच, भीड़ ने विवादित स्थल पर धार्मिक झंडा लगा दिया, जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया। प्रशासन ने झंडा हटवा दिया है, लेकिन दोनों संगठनों के लोग लाठी-डंडों के साथ वहां मौजूद हैं। सूचना मिलने पर प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और आईजी अजय मिश्रा भी मौके पर पहुंचे हैं। पीएसी की भारी तैनाती की गई है। अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह भी वहां मौजूद हैं।


बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने सोमवार सुबह मकबरे में जाकर लोगों से पूजा और आरती करने की अपील की थी। इस अपील के बाद हिंदू पक्ष के लोग डाक बंगला के पास बैरिकेडिंग के पास नारे लगाते हुए पहुंचे। लोग बैरिकेड तोड़कर विवादित स्थल के अंदर प्रवेश कर गए। इसके बावजूद वहां भीड़ बढ़ती गई, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ रही है।