फरीदाबाद में बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं का अभियान तेज
फरीदाबाद प्रशासन की सक्रियता
- फरीदाबाद प्रशासन सख्त, घर-घर जाकर की जा रही स्वास्थ्य जांच
फरीदाबाद। हाल ही में आई बाढ़ ने जिले के 27 गांवों को प्रभावित किया है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाढ़ प्रभावित गांवों में लगातार दौरा कर रही हैं और घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच कर रही हैं।
इन 27 गांवों में से 14 को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, जिनमें बसंतपुर, किडावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां, तिलोरी खादर, अमीपुर, चिरसी, मंझावली, चांदपुर, मोठुका, अरुआ, छांयसा, मोहना, ददसिया, जसाना और कांवरा शामिल हैं।
40 मेडिकल टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय
प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा ने बताया कि वर्तमान में 40 मेडिकल टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं। ये टीमें नियमित रूप से मेडिकल स्क्रीनिंग कर रही हैं, दवाओं का वितरण कर रही हैं और लोगों को स्वच्छता एवं जल जनित बीमारियों की रोकथाम के बारे में जानकारी दे रही हैं।
शेल्टर होम्स में एनआईवी यूनिट्स की तैनाती
डिप्टी सीएमओ डॉ. राम भगत प्रभावित गांवों में कैंपों का निरीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर ध्यान दे रहे हैं। डॉ. राजेश श्योकंद गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई योजना के तहत कार्य कर रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। गांव अरुआ और मोठुका में शेल्टर होम्स में एनआईवी यूनिट्स तैनात की गई हैं, जो वहां रह रहे लोगों की 24/7 निगरानी कर रही हैं।
इसके अलावा, प्रशासन ने राजपुर कलां के सामुदायिक भवन और ददसिया, जसाना और कांवरा गांवों के बारात घरों को सुरक्षित स्थान के रूप में चिन्हित किया है। यहां भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें नियमित चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रही हैं। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ सहयोग करें और समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं। किसी भी समस्या के लिए स्वास्थ्य हेल्पलाइन या प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।