×

फारुख इंजीनियर को मिलेगा बड़ा सम्मान, ओल्ड ट्रैफर्ड में होगा स्टैंड

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज फारुख इंजीनियर को ओल्ड ट्रैफर्ड में एक स्टैंड के रूप में सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें लंकाशायर टीम के प्रति उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। फारुख इंजीनियर, जो 1968 से 1976 तक लंकाशायर के लिए खेले, का नाम अब सचिन तेंदुलकर के साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। जानें इस महत्वपूर्ण सम्मान के बारे में और फारुख के क्रिकेट करियर की उपलब्धियों के बारे में।
 

फारुख इंजीनियर को मिलेगा सम्मान

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में 23 जुलाई 2025 से शुरू होगा। इस मैच से पहले, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज फारुख इंजीनियर को इंग्लैंड में एक महत्वपूर्ण सम्मान मिलने जा रहा है। इस सम्मान के साथ, वे सचिन तेंदुलकर के साथ इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराएंगे।


ओल्ड ट्रैफर्ड में फारुख इंजीनियर के नाम पर स्टैंड

फारुख इंजीनियर, जो भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल विकेटकीपर्स में से एक माने जाते हैं, के नाम पर मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड में एक स्टैंड स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही, वेस्ट इंडीज के दिग्गज क्लीव लॉयड के नाम पर भी एक स्टैंड रखा जाएगा। यह सम्मान उन्हें लंकाशायर टीम के प्रति उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। फारुख ने लंकाशायर के लिए लगभग एक दशक तक खेला, जबकि लॉयड ने दो दशकों तक अपनी सेवाएं दीं। सूत्रों के अनुसार, इस समारोह का आयोजन भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन किया जाएगा।


लंकाशायर के लिए फारुख इंजीनियर का शानदार प्रदर्शन

फारुख इंजीनियर ने 1968 से 1976 तक लंकाशायर के लिए क्रिकेट खेला, जिसमें उन्होंने 175 मैचों में 5942 रन बनाए। विकेटकीपिंग के दौरान, उन्होंने 429 कैच और 35 स्टंपिंग की। जब फारुख ने लंकाशायर में कदम रखा, तब टीम ने 15 वर्षों से कोई ट्रॉफी नहीं जीती थी। उनके आने के बाद, टीम ने 1970 से 1975 के बीच चार बार जिलेट कप अपने नाम किया। हालांकि, भारत में उनके नाम पर कोई स्टैंड नहीं है, लेकिन इंग्लैंड के इस प्रतिष्ठित स्टेडियम में उनका नाम हमेशा के लिए दर्ज हो जाएगा।


सचिन तेंदुलकर के साथ नाम होगा दर्ज

सचिन तेंदुलकर अब तक एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका नाम भारत के बाहर किसी स्टेडियम में स्टैंड के रूप में शामिल किया गया है। उनका नाम 2023 में यूएई के शारजहां स्टेडियम में रखा गया था। अब फारुख इंजीनियर दूसरे भारतीय बनेंगे, जिनका नाम विदेशी स्टेडियम के स्टैंड पर होगा।