फिलीपींस में भूकंप के झटके: जानें क्या है स्थिति और खतरे का स्तर
फिलीपींस में भूकंप का ताजा मामला
Philippines earthquake 2025 : 30 सितंबर 2025 की रात को फिलीपींस के मध्य क्षेत्र में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, यह भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 10 बजे आया और इसकी तीव्रता 6.9 रिक्टर स्केल पर मापी गई। प्रारंभ में यूएसजीएस ने इसे 7.0 की तीव्रता दी थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 6.9 कर दिया गया।
भूकंप का केंद्र बिलिरान प्रांत के कैलापे शहर से लगभग 11 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में स्थित था। इस क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 33,000 है। भूकंप की गहराई और समुद्री क्षेत्र में होने के कारण हल्की समुद्री गतिविधियों की संभावना जताई जा रही है। स्थानीय भूकंप निगरानी केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए लेयटे, सेबू और बिलिरान द्वीप समूह के निवासियों से समुद्र तट से दूर रहने की सलाह दी है।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC) ने भूकंप के बाद स्थिति की समीक्षा करते हुए बताया है कि इस भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है। इसलिए नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, और कोई विशेष एहतियात की आवश्यकता नहीं बताई गई है। हालांकि, तटीय क्षेत्रों के निवासियों से सतर्क रहने को कहा गया है।
अब तक की रिपोर्टों में किसी जानमाल की हानि या भारी क्षति की सूचना नहीं मिली है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। एहतियात के तौर पर कुछ तटीय इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और राहत टीमें सतर्क मोड में हैं।
फिलीपींस, भौगोलिक दृष्टि से प्रशांत महासागर के 'रिंग ऑफ फायर' क्षेत्र में स्थित है, जो भूकंपीय गतिविधियों के लिए दुनिया का सबसे संवेदनशील इलाका माना जाता है। जापान से लेकर दक्षिण-पूर्व एशिया और पूरे प्रशांत बेसिन में फैला यह क्षेत्र भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोटों के लिए कुख्यात है। फिलीपींस में दैनिक आधार पर छोटे-बड़े भूकंप आते रहते हैं, जिनमें से अधिकांश मामूली होते हैं, लेकिन समय-समय पर शक्तिशाली और विनाशकारी भूकंप भी इस क्षेत्र को प्रभावित करते हैं।
भले ही तकनीक कितनी भी उन्नत हो गई हो, भूकंप की सटीक भविष्यवाणी करना अब भी विज्ञान के लिए एक बड़ी चुनौती है। विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल कोई ऐसी विश्वसनीय तकनीक मौजूद नहीं है जो यह बता सके कि अगला भूकंप कब और कहां आएगा। इसलिए, ऐसे भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में स्थायी सतर्कता और भूकंप-प्रतिरोधी निर्माण ही एकमात्र उपाय हैं।