बजरंग दल का शौर्य प्रशिक्षण वर्ग: अवैध घुसपैठ और धर्मांतरण पर चर्चा
बजरंग दल के प्रशिक्षण वर्ग का समापन
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के छर्रा कस्बे में बजरंग दल द्वारा आयोजित 8 दिवसीय शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन रविवार को हुआ। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं ने संगठन की प्राथमिकताओं और सामाजिक मुद्दों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। विश्व हिंदू परिषद के ब्रज प्रांत संगठन मंत्री राजेश कुमार ने बताया कि हर साल मई में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को 7 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से सामाजिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है। उन्होंने कहा कि संगठन सेवा, सुरक्षा और संस्कार के सिद्धांतों पर काम करता है।
अवैध घुसपैठ पर गंभीर चिंता
राजेश कुमार ने अवैध घुसपैठ को देश की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया और कहा कि देश में लगभग 10 करोड़ अवैध घुसपैठिए मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बजरंग दल लव जिहाद, गौहत्या, जबरन धर्म परिवर्तन और अवैध घुसपैठ जैसे मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगा। उन्होंने योजनाबद्ध धर्मांतरण की घटनाओं को रोकने को संगठन की प्राथमिकता बताया और 'जिहादी मानसिकता' का उल्लेख करते हुए कहा कि समाज में जागरूकता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर गांव, कस्बे और मोहल्ले में प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता है।
आयोजन की जानकारी
समारोह में वक्ताओं ने माता जीजाबाई और छत्रपति शिवाजी महाराज के उदाहरणों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में ब्रज प्रांत संयोजक दिग्विजय नाथ तिवारी, प्रांत समरसता प्रमुख जगवीर मिश्र, बरेली संगठन मंत्री देवेंद्र सोम, धर्मेंद्र गुप्ता, केदार सिंह, बॉबी चौधरी और हर्षित सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। यह आयोजन शांति देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुआ, जहां कार्यकर्ताओं को साहस, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में बताया गया।