बरेली दंगों में पुलिस की जांच से सामने आई नई जानकारी
पुलिस ने समय पर स्थिति को संभाला
बरेली : उत्तर प्रदेश में हाल ही में कुछ तत्वों ने सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने समय रहते रोक दिया। पिछले शुक्रवार को अचानक कुछ लोगों ने उपद्रव करने का प्रयास किया। जब तक पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया, तब तक उपद्रवियों की संख्या काफी बढ़ चुकी थी। एक समय तो ऐसा लगा कि उपद्रवी पुलिस पर भारी पड़ सकते हैं। लेकिन पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति को काबू में किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत पुलिस ने सैकड़ों उपद्रवियों के खिलाफ मामले दर्ज किए और उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की।
पुलिस पर तेजाब की बोतलों से हमला
बारादरी क्षेत्र में अराजक भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। सैलानी, कांकरटोला और श्यामगंज चौराहे के आसपास लोग हाथों में तख्तियां लेकर इस्लामिया मैदान की ओर बढ़ रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो उन्होंने अवैध हथियारों से फायरिंग की और तेजाब की बोतलें फेंकी। बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि उन्होंने भीड़ को निषेधाज्ञा लागू होने की बात कहकर घर लौटने के लिए कहा, लेकिन अराजक तत्वों ने आपत्तिजनक नारेबाजी शुरू कर दी और पुलिस की बैरिकेडिंग को गिरा दिया।
पुलिस के सामने आते ही भड़काऊ नारे
इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय क्यूआरटी के साथ श्यामगंज पुल के नीचे पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि मौलाना आजाद इंटर कॉलेज की ओर से 250 अज्ञात लोग सिर तन से जुदा करने के नारे लगाते हुए श्यामगंज चौराहे की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस ने उन्हें घर लौटने की अपील की, लेकिन तब तक 250 लोग भड़काऊ नारेबाजी करने लगे। इसी तरह, प्रेमनगर थाना प्रभारी सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि जब वह बानखाना में पहुंचे, तो वहां आईएमसी के पदाधिकारी और 200 अज्ञात लोग एकत्रित थे। पुलिस को देखकर उन्होंने भी सिर तन से जुदा के नारे लगाने शुरू कर दिए।