बरेली दौरे पर समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने रोका
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल बरेली के लिए निकला
'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद के चलते समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बरेली की यात्रा पर निकला था, लेकिन उन्हें मेरठ एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने रोक दिया। सपा सांसद हरेंद्र मलिक के साथ मोहिबुल्लाह और इकरा हसन शनिवार को दिल्ली से बरेली के लिए रवाना हुए थे।
सपा सांसद मोहिबुल्लाह ने आरोप लगाया कि बरेली में कानून और संविधान का उल्लंघन हो रहा है और एक विशेष समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। पार्टी के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल उन लोगों की स्थिति जानने के लिए जा रहा था।
उन्होंने कहा कि यह नफरत और भेदभाव के खिलाफ एक संघर्ष है, जिसमें समाजवादी पार्टी की जीत सुनिश्चित होगी। मोहिबुल्लाह ने यह भी कहा कि पुलिस ने बैरिकेडिंग की है, लेकिन वे बरेली जाकर रहेंगे।
पुलिस द्वारा रोके जाने पर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि अपने देश और प्रदेश में इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि अगर आतंकवादियों के साथ ऐसा व्यवहार होता, तो पुलवामा और पहलगाम हमले नहीं होते।
हरेंद्र मलिक ने कहा, 'हम बरेली में लोगों के घावों पर मरहम लगाने जा रहे हैं। प्रदेश में जो लोग सरकार की विचारधारा से सहमत नहीं हैं, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।'
सांसद इकरा हसन ने कहा कि बरेली में जो हालात हैं, वे चिंताजनक हैं। एक समुदाय को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' एक सकारात्मक संदेश है, जिसमें नफरत की कोई बात नहीं है, लेकिन प्रशासन इस पर कार्रवाई कर रहा है।
समाजवादी पार्टी ने बरेली में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद उनसे मिलने के लिए 14 सांसदों और विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया था। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे भी शामिल हैं। हालांकि, इन दोनों नेताओं को बरेली जाने से पहले ही नजरबंद किए जाने का आरोप है।